अर्चना कुमारी । रोहिणी कोर्ट में पिछले दिनों ब्लास्ट हुआ था और इस मामले को लेकर स्पेशल सेल ने आरोपी वैज्ञानिक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दी है। 1040 पेज के आरोपपत्र में इस साजिश का क्रमवार खुलासा किया गया। पुलिस की तरफ से इसमें यह बताया गया, किस तरह पड़ोसी के झगड़े में यह साजिश रची गई।
पुलिस के अनुसार नौ दिसंबर को रोहिणी कोर्ट संख्या 102 में ब्लास्ट हुआ था। इस मामले को लेकर वैज्ञानिक भारत भूषण कटारिया पकड़ा गया था । शुरुआत में पुलिस इसे लैपटॉप में हुआ धमाका मान रही थी, लेकिन बाद में पता चला कि यह एक टिफिन बम था। खुलासा हुआ कि रिमोट कंट्रोल से इस ब्लास्ट को अंजाम दिया गया था। इस हाईप्रोफाइल मामले की देखरेख में 150 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने पूरे मामले की छानबीन की। इसके अलावा 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला गया।
पुलिस का दावा है कि एक हजार से ज्यादा गाड़ियों के बारे में छानबीन की गई। जबकि सैकड़ों लोगों से पूछताछ की गई। इसके बाद 17 दिसंबर को भारत भूषण कटारिया को गिरफ्तार किया गया। पुलिस को पता चला कि जानबूझकर भारत भूषण कटारिया ने आईईडी बनाया और उसे कोर्ट के भीतर अपने विरोधी अमित वशिष्ठ को मारने के इरादे से लगाया। पुलिस का कहना है कि आगे छानबीन के दौरान आने वाले तथ्यों को पूरक आरोपपत्र में दाखिल किया जाएगा। इसमें एफएसएल जांच की रिपोर्ट भी शामिल होगी।