अर्चना कुमारी। झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू धन कुबेर निकला। उनसे जुड़े ठिकानों पर भारी मात्रा में कैश की बरामदगी हुई । नगदी इतना ज्यादा था कि गिनने वाली मशीन भी ख़राब हो गई। ट्रक बुलाने पड़े और आयकर विभाग की रेड जारी है। अब तक छापा में लगभग 300 करोड़ नकदी मिल चुकी है।
आयकर विभाग की कई टीमें झारखंड और ओडिशा में इस नेता से जुड़े ठिकानों और उनके करीबियों पर कर रही है। 6 दिसंबर बुधवार से शुरू हुई छापेमारी आज 8 दिसंबर को भी जारी है। भारी मात्रा में कैश देख इनकम टैक्स वाले हैरान है और उनकी आंख भी खुली की खुली रह गई। नोटों की गिनती के लिए बड़ी-बड़ी मशीने इस्तेमाल की जा रही हैं।इस दौरान गिनते-गिनते कुछ मशीनें को खराब भी हो गई है। आयकर विभाग की टीम फ़िलहाल बौद्ध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड से जुडे़ ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। बौद्ध डिस्टिलरी कांग्रेस से राज्यसभा सांसद धीरज साहू के परिवार का है। धीरज साहू का परिवार शराब व्यवसाय से जुड़ा है।
ओडिशा में धीरज साहू की शराब बनाने की कई फैक्ट्रियां हैं। जबकि सांसद धीरज साहू का पैतृक आवास लोहरदगा में है और रांची के रेडियम रोड में भी उनका एक बंगला है। दोनों जगहों पर भारी सुरक्षा बलों के साथ आईटी की टीम बुधवार सुबह पहुंचीं। यहां से भी भारी मात्रा में कैश बरामद किया गया। इसके अलावा ओडिशा के सुंदरगढ़ में भी उनसे संबंधित ठिकानों पर सर्वे चल रहा है। यहां काम करने वाले किसी भी कर्मचारी को बुधवार सुबह से ही अंदर नहीं जाने दिया गया है।ज्ञात हो धीरज साहू के खिलाफ इनकम टैक्स की यह दूसरी कार्रवाई है।
इससे पहले 2019 में भी आयकर विभाग की टीम धीरज साहू के घर पहुंची थी। रांची से दिल्ली जाने के दौरान रांची एयरपोर्ट पर लगेज स्कैनिंग में झारखंड से कांग्रेस के राज्य सभा सांसद धीरज प्रसाद साहू के पास से 38.5 लाख रुपए मिले थे।इस बार कांग्रेस सांसद धीरज साहू से जुड़े 10 से अधिक ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की। छापेमारी बंगाल, ओडिशा और झारखंड में की गई। आईटी की टीम ने इनके बोलांगीर स्थित कार्यालय से 30 किलोमीटर दूर सतपुड़ा ऑफिस में छापेमारी में 300 करोड़ रुपये कैश बरामद किए हैं।
ये सारे कैश नोटों के बंडल में ऑफिस की नौ अलमारियों में भरे रखे थे। नोट 100, 200 और 500 की गड्डियों में रखे गए थे। धीरज साहू एक बड़े उद्योगपति हैं और शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े हैं। आयकर विभाग ने मशीनों से नोट गिनकर 157 बैगों में भरा, जब बैग कम पड़ गए तो बोरियों में नोट भरे गए और उसके बाद एक ट्रक में डालकर इन्हें बैंक ले जाया गया। सनद रहे बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज पश्चिमी ओडिशा की सबसे बड़ी देशी शराब निर्माता और विक्रेता कंपनियों में से एक है। इस कंपनी में कांग्रेस सांसद धीरज साहू के अलावा उनके परिवार के राजकिशोर साहू, स्वराज साहू और परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं। ओडिशा का कारोबार उनके भाई संजय साहू और दीपक साहू संभालते हैं।
धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाले इस ग्रुप में बौध डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) के अलावा बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड, क्वालिटी बॉटलर्स और किशोर प्रसाद-विजय प्रसाद बेवरेज लिमिटेड कंपनियां शामिल हैं। आयकर विभाग ने इन सभी कंपनियों को ठिकानों पर छापेमारी की है।
बलदेव साहू इंफ्रा लिमिटेड फ्लाई ऐश ब्रिक्स बनाने का काम करती है और बाकी तीन कंपनियां शराब कारोबार से जुड़ी है। आयकर विभाग ने कंपनी के कई खातों को फ्रीज कर दिया है। आयकर विभाग के अधिकारी कंपनी संचालकों से आय के स्त्रोत और इतनी बड़ी संख्या में नकदी जमा करने को लेकर पूछताछ कर सकते हैं। इस मामले में ईडी भी शामिल हो सकती है।