अर्चना कुमारी। संसद सुरक्षा चूक मामले में अब महेश कुमावत पकड़ा गया। जो ललित झा के साथ सरेंडर किया था। महेश के चचेरे भाई कैलाश को भी हिरासत में लिया गया है क्योंकि वो भी इन लोगो के साथ प्लान में शामिल रहा है। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर इसे रिमांड पर लिया गया है। इस बीच खुलासा हुआ है संसद में सेंध लगाने के आरोपियों ने स्वयं को आग लगाने की योजना भी बनाई थी लेकिन उन्होंने इस प्लान को टाल दिया था।
इसके अलावा संसद के अंदर पर्चे बांटने का प्लान था। पुलिस अब इस मामले में संसद सदस्य प्रताप सिंहा का भी बयान ले सकती है। उनके ही विजिटर पास पर सागर और मनोरंजन सदन के भीतर गए थे। इस बीच ललित ने पुलिस को बताया घटना की रात करीब 11.30 बजे वह बस से राजस्थान के कुचामन सिटी पहुंचे, जहां उनकी मुलाकात अपने साथी महेश से हुई थी। महेश भी इस गतिविधि में शामिल होना चाहते थे, लेकिन उनकी मां के रोकने के बाद वह इसमें शामिल नहीं हो पाए थे।
महेश ‘भगत सिंह फैन पेज’ नाम से एक फेसबुक ग्रुप के ज़रिए ललित झा और अन्य लोगों से जुड़े जबकि महेश, अपने चचेरे भाई कैलाश के साथ ललित झा को एक ढाबे पर ले गए और ढाबे के मालिक से एक कमरा लिया था। ढाबा मालिक महेश को जानता था और उसने उन्हें एक कमरा दे दिया। बाद में ललित ने इन दोनों की मदद से फोन सहित टेक्निकल सबूत नष्ट कर दिए थे। इसके बाद महेश और ललित झा कैलाश को यह कहकर निकले कि आत्मसमर्पण करने जा रहे हैं।
पुलिस ने कैलाश को फोन नंबर के ज़रिए ट्रेस कर लिया और गुरुवार दोपहर को उसे हिरासत में ले लिया। पुलिस हिरासत में कैलाश ने पुलिस को बताया कि ललित झा और महेश ट्रेन से जयपुर के लिए रवाना हुए थे और वहां से दिल्ली के लिए बस पकड़ थाने आकर सरेंडर किया था।