अर्चना कुमारी। कनाडा में रह रहे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को भारत में हत्याएं करने के इरादे से सीमा पार से ड्रोन के जरिए हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों की तस्करी में शामिल होने के मामले में सोमवार को सरकार ने आतंकवाद रोधी कानून के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि गोल्डी बराड़ प्रतिबंधित आतंकवादी समूह बब्बर खालसा इंटरनेशनल से भी जुड़ा रहा है।
अधिसूचना में कहा गया कि केंद्र सरकार का मानना है कि वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है और इसलिए उसे गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत आतंकवादी घोषित किया जाता है। ज्ञात हो गैंगस्टर गोल्डी बराड़ सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का है मास्टर माइंड है। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के करीबी गैंगस्टर गोल्डी बराड़ पर पंजाब में हत्या, रंगदारी और हथियार तस्करी के आरोप है। मूसेवाला हत्याकांड समेत कई वारदातों में भारतीय एजेंसियों को गोल्डी बराड़ की तलाश है। उसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर चुका है।
सिंतबर महीने में गोल्डी बराड़ के ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की थी। इसके अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी भी बराड़ के जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। गैंगस्टर सतविंदर सिंह उर्फ सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम 1967 के तहत आतंकवादी घोषित किया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि गोल्डी बरार प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ा है, जो भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल है। कनाडा स्थित आतंकवादी ने 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला की हत्या की भी जिम्मेदारी ली थी।
गोल्डी बराड़ पंजाब के श्री मुक्तसर साहेब का रहने वाला है। उसका जन्म 11 अप्रैल 1994 को हुआ था। फिलहाल कनाडा के ब्राम्पटन में रह रहा है। आरोप है कि बराड़ वहां खालिस्तानी आतंकवादियों के साथ जुड़कर भारत विरोधी काम कर रहा है। उसने कनाडा में बैठकर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की पूरी साजिश रची थी।
इसके बाद सोशल मीडिया पर ऐलान करके इसकी जिम्मेदारी भी ली थी। कई चैनल इंटरव्यू में भी बराड़ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ले चुका है। गोल्डी बराड़ 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा पहुंचा था। इंटरपोल के अनुसार, 29 वर्षीय गोल्डी बराड़ हत्या, आपराधिक साजिश और अवैध हथियारों की तस्करी में शामिल है। उसके खिलाफ पहले ही एक रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है। उसे पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस कनाडा तक गई थी लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा।