अर्चना कुमारी केरल के कन्नूर जिले के उत्तरी हिस्से पनूर के पास एक दिन पहले हुए विस्फोट के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार आरोपी, तीन घायल व्यक्ति और मृतक, सभी व्यक्ति मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ता अथवा समर्थक थे। वामपंथी दल ने पुलिस के इस दावे को खारिज कर दिया है।
उन्होंने विस्फोट के सिलसिले में शेबिन लाल, के अतुल, के के अरुण और सयूज को गिरफ्तार कर लिया है, ये सभी कथित तौर पर उस समय मौजूद थे जब बम विस्फोट हुआ था।
पुलिस ने बताया कि सयूज को कथित तौर पर पड़ोसी राज्य तमिलनाडु के कोयंबटूर भागने की कोशिश करते समय पालक्कड से पकड़ा गया था। इसमें कहा गया है कि विस्फोट में घायल हुए तीन अन्य – विनीश, विनोद और अनाथ का भी इलाज चल रहा है।
माकपा की राज्य इकाई के सचिव एम वी गोबिंदन ने कहा कि पार्टी का इस घटना में शामिल लोगों से कोई संबंध नहीं है क्योंकि इन लोगों ने अतीत में पार्टी सदस्यों पर हमला किया था। उन्होंने कहा कि पार्टी को चुनाव के दौरान हथियार बनाने की कोई जरूरत नहीं है और माकपा के खिलाफ इस तरह के आरोप दुष्प्रचार हैं।
पुलिस के अनुसार कोझिकोड के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान शेरिल ने दम तोड़ दिया जबकि दूसरे घायल व्यक्ति विनेश की एक हथेली कट गई।
विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि धमाका तब हुआ जब मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कुछ समर्थक देसी बम बना रहे थे। भाजपा ने वाम दल पर बम के जरिए दहशत फैलाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
इस बीच, सत्तारूढ माकपा ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि घटना में शामिल दो व्यक्तियों पर वाम दल के कार्यकर्ताओं पर हमला करने का भी आरोप था, और इसलिए उन्हें अब राजनीतिक संगठन का हिस्सा नहीं माना जाता है।