अर्चना कुमारी। बजरंग दल के कार्यकर्ता नितेश की पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में तीनों जिहादी आरोपियों को धर दबोचा गया । इनकी पहचान अब्बास, अदनान और उजैफा के तौर पर की गई । सूत्रों का कहना है कि आरोपियों की आखिरी लोकेशन मेरठ की मिली थी लेकिन तीनों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इस बीच नितेश की मौत के बाद से लगातार शादीपुर गांव में तनाव का माहौल है। एहतियातन लोकल पुलिस के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है।
यह कोई पहला मामला नहीं है कि जब जिहादियों ने राजधानी में किसी हिंदू को मौत के घाट उतारा है । इससे पहले भी कई हिंदुओं की जान जिहादियों के हाथ जा चुकी है। रिंकू , डॉ नारंग और ध्रुव त्यागी जैसे कई लोग हैं जो जिहादियों के हाथों इसी दिल्ली में मार दिए गए और कोई कुछ भी नहीं बोला। सीएए और नागरिक संशोधन कानून विधेयक के विरोध में तो उत्तर पूर्व दिल्ली में हिंदुओं के खिलाफ दंगे तक किए गए जिसमें 56 लोगों की जान चली गई थी।
यह सब हो रहा है जब केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और दिल्ली की कानून व्यवस्था का जिम्मा दिल्ली पुलिस के हाथों है, जो गृह मंत्रालय के अधीन आता है । दिल्ली के लोगों का यहां तक कहना है कि जब से केंद्रीय गृह मंत्री के तौर पर अमित शाह तैनात हुए हैं तब से राजधानी की कानून व्यवस्था बद से बदतर होती रही है। वैसे बजरंग दल कार्यकर्ता के मौत के बाद के बाद से शादीपुर गांव में भारी रोष है और उन लोगों ने दिल्ली पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही की वजह से कई आरोपी अब तक गिरफ्त से दूर है जबकि पुलिस तीन जिहादियों को ही हत्यारा समझ बैठी है। यदि पुलिस ने शुरुआत में ही सख्त होती और जिहादियों पर नकेल कस देती तो यह आज दिन देखना नहीं पड़ता। उधर नितेश की मां कमलेश लगातार अपने बेटे के लिए इंसाफ की मांग कर रही है। उनका कहना था कि उनके बेटे के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने के लिए मामला फास्ट ट्रैक में चलाया जाए।
परिवार यह मानने को तैयार नहीं है कि पहले झगड़े की शुरुआत नितेश की ओर से की गई थी। बता दें कि 11 अक्तूबर को शादीपुर इलाके में मंदिर वाली गली में हुए झगड़े के बाद 15-20 लोगों ने नितेश, आलोक और मोंटी की पिटाई कर दी थी। हमले में नितेश को गंभीर चोटें लगी थी। उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शनिवार रात की उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद ग्रामीणों ने दूसरे समुदाय के लोगों पर नितेश की जानबूझकर हत्या करने का आरोप लगाया। घटना के बाद रविवार दोपहर को परिजनों व मोहल्ले वालों ने वेस्ट पटेल नगर मेन रोड पर नितेश का शव रखकर जाम लगाए रखा। पुलिस ने समझाकर लोगों को सड़क से हटाया था। इस मामले में ग्रामीण पंचायत करके आगे की रणनीति तय करेंगे।