अर्चना कुमारी। कर्नाटक के उडुपी के नेत्र ज्योति कॉलेज में हिंदू छात्राओं के टॉयलेट दृश्य रिकॉर्डिंग करने वाली मुस्लिम छात्राओं को जमानत मिल गई। बताया जाता है कि कर्नाटक की अदालत तीनों छात्राओं को सशर्त जमानत प्रदान कर दी। एक मजिस्ट्रेट अदालत ने 20 हजार रुपए के मुचलके पर इन्हें जमानत दी है। इस मामले में उडुपी पुलिस ने दो प्राथमिकी दर्ज की थी। एक मामला टॉयलेट में छात्रा के बनाए गए वीडियो को डिलीट करने को लेकर तीन छात्राओं और कॉलेज प्रशासन से जुड़ा है। दूसरा मामला यूट्यूब चैनलों पर हिडन कैमरे वाला वीडियो अपलोड करने से जुड़ा है।
अतिरिक्त सिविल जज श्याम प्रकाश ने आरोपी मुस्लिम छात्राओं की याचिका पर 28 जुलाई 2023 को सुनवाई की। छात्राओं के वकील असदुल्ला काटपाडी ने दावा किया कि मामला राजनीति से प्रेरित है और शिकायत पीड़ित छात्रा ने दर्ज नहीं कराई है। अदालत ने इसके बाद तीनों को 20-20 हजार रुपए के निजी मुचलके पर जमानत दे दी। साथ ही जाँच में सहयोग करने और सभी अदालती सुनवाई में भाग लेने का आदेश दिया। गौरतलब है कर्नाटक के उडुपी में स्थित प्राइवेट कॉलेज नेत्र ज्योति की महिला हॉस्टल के टॉयलेट में मोबाइल कैमरा मिलने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ था। कॉलेज में पढ़ने अलीमातुल शैफा, शबानाज़ और आलिया नाम की तीन मुस्लिम छात्राओं ने टॉयलेट में मोबाइल कैमरा लगा रखा था। इसमें हिंदू लड़कियों के प्राइवेट वीडियो रिकॉर्ड कर वे मुस्लिम लड़कों को भेजा करती थीं।
आरोप है कि उडुपी के नेत्रज्योति कॉलेज के महिला शौचालय में हिंदू लड़कियों के टॉपलेस वीडियो रिकॉर्ड किए गए और बाद में मुस्लिम समूहों के साथ साझा किए गए। कॉलेज प्रबंधन ने मामले की जाँच की और निष्कर्ष निकाला कि वीडियो डिलीट कर दिया गया था। इसके बाद मामला खत्म हो गया। लेकिन लोगों के आक्रोश के बाद उडुपी जिले के मालपे पुलिस स्टेशन में मामले का स्वत: संज्ञान लेकर प्राथमिकी दर्ज की।वीडियो बनाने के लिए ज़िम्मेदार अलीमतुल शैफ़ा, शबानाज़ और आलिया नाम के तीन मुस्लिम छात्रों के साथ-साथ नेत्रज्योति कॉलेज के प्रबंधन बोर्ड पर सबूत नष्ट करने का आरोप है। पुलिस ने IPC की धारा 509, 204, 175 और 34 के तहत मामले दर्ज किए हैं। इसी कॉलेज की छात्राओं ने बताया था कि मुस्लिम लड़कियाँ पिछले 1 साल से हिन्दू छात्राओं के वीडियो बना रही थीं और मुस्लिम लड़कों के साथ साझा कर रही थीं।
कॉलेज के बाहर मुस्लिम लड़के कार में इंतजार करते रहते थे। हिन्दू लड़कियों का वीडियो रिकॉर्ड करने के बाद मुस्लिम लड़कियाँ उन्हें जाकर अपना फोन दे देती थीं। दोपहर में लंच के समय मोबाइल फोन्स की अदला-बदली होती थी। कॉलेज मैनेजमेंट के सामने इसकी शिकायत की गई थी, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। 18 जुलाई, 2023 को पीड़िता ने कॉलेज प्रबंधन से फिर शिकायत की।लड़कियों ने बताया था कि मैनेजमेंट ने इन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया।
2 दिन बाद 20 जुलाई को कॉलेज की अन्य छात्राओं को इस बारे में पता चला और वो धरना प्रदर्शन पर बैठ गईंऔर यह मामला तूल पकड़ा बाद में तीनों छात्राओं को कॉलेज से निलंबित किया गया। राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य खुशबू सुंदर इस घटना को लेकर मौके पर आई थी लेकिन उसने कहा कि मामले को सांप्रदायिक रंग नहीं दिया जाए । जिसके बाद यह कयास लगना शुरू हो गया है कि शायद ही अब हिंदू छात्राओं को न्याय मिल पाएगा।