अर्चना कुमारी। रामनवमी से शुरू हुई हिंसा बिहार और बंगाल में खत्म नहीं हुई है। दोनों राज्यों की स्थिति बद से बदतर होती चली जा रही है और दोनों प्रदेश की सरकार आंख मूंदकर सब कुछ देखते हुए भी कोई ठोस उपाय नहीं कर पा रही है। मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए कुख्यात दोनों राज्यों में तथाकथित सेकुलर सरकार है और हिंदुओं को जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है।
दावा किया गया है कि अब तक दंगे को लेकर 165 लोगों को पकड़ा गया जबकि कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है ताकि अफवाह पर नकेल कसी जा सके। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दोनों राज्यों में पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात किया है ताकि शांति कायम की जा सके हालांकि इन बलों को भी अभी कोई सफलता मिली नहीं है। सूत्रों का कहना है कि रामनवमी के दिन बिहार-बंगाल के कई हिस्सों में भड़की हिंसा का दौर जारी है।
बताया जाता है कि बिहार के सासाराम में जहां सोमवार की सुबह धमाके की खबर सामने आ रही है, वहीं, नालंदा जिले में 4 अप्रैल तक इंटरनेट सेवा बंद रहेगी। जबकि दोनों शहर में पहले से कर्फ्यू लगा हुआ है । इसके अलावा इसके साथ ही रोहतास में 4 अप्रैल तक सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे तो वहीं बंगाल के हुगली में भी रविवार को शोभायात्रा पर पत्थरबाजी और आगजनी हुई।
बताया जाता है कि बिहार के नालंदा के कई इलाकों में दंगे के बाद अब भी कई जगह धुआं उठ रहा है और इलाके में तनाव का माहौल व्याप्त है जबकि यहां रहने वाले लोग परेशान हैं। बताया जाता है सासाराम में धमाका हुआ है, इससे पहले सासाराम के शेरगंज इलाके में एक धार्मिक स्थल के बाहर बम फेंका गया और इस घटना में कई लोग जख्मी हुए थे। इसी तरह बिहारशरीफ में शनिवार रात को फिर से हिंसा हुई, यहां के पहाड़पुरा इलाके में दो गुट भिड़ गए और दोनों तरफ से गोलियां चलने के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई। बिहारशरीफ के पहरौरा में दो गुटों में हुई हिंसक झड़प के दौरान गोलीबारी हुई।
इसमें एक 16 साल के युवक के सिर में गोली लगी, जिसके बाद उसे पटना मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक की पहचान स्थानीय दिहाड़ी मजदूर के बेटे गुलशन कुमार के रूप में की गई। बताया जा रहा है कि युवक घर से सब्जी लेने के लिए निकला था, इसी दौरान हिंसा में उसे गोली लग गई।इसी तरह बंगाल में हावड़ा के बाद हुगली में भी रविवार को शोभायात्रा पर पत्थरबाजी और आगजनी हुई। जिसमें कई लोग जख्मी हुए।
बताया जाता है कि बिहार में हिंसा के बाद अब तक 109 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. जबकि बंगाल में पुलिस ने 57 से ज्यादा आऱोपी पकड़े जा चुके हैं लेकिन इसके बाद भी उत्पात जारी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दंगाइयों पर नकेल कसने के लिए पुलिस को सख्ती बरतने के लिए कहा है जबकि इससे एक दिन पहले बिहार के डीजीपी ने हिंसा ग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
लेकिन इसके बावजूद उपद्रवियों पर नकेल अब तक नहीं कसा जा सका है, जिसके चलते हैं दंगे नहीं रुक पा रहे हैं । बताया जाता है कि बिहार और बंगाल दोनों की स्थिति चिंताजनक है जबकि हुगली में रविवार को भड़की हिंसा में भाजपा विधायक के घायल होने की सूचना है। हुगली में रविवार को निकाली जा रही शोभायात्रा के दौरान भी हिंसा हुई। इस दौरान पत्थरबाजी और आगजनी की गई। बाद में पुलिस ने मोर्चा संभाला। इस हिंसा में भाजपा के विधायक बिमन घोष घायल हुए हैं।
हिंसक झड़प के चलते इस इलाके में धारा 144 लागू की गई । बंगाल और बिहार में सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने रविवार को इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी को लेकर सवाल उठाया और कहा कि हिंसा के लिए 2024 के आम चुनाव को कारण नहीं बनने दें।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं पर रविवार को चिंता व्यक्त की और स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से बात की। लेकिन फिलहाल दोनों राज्यों की स्थिति यह है कि केंद्र और राज्य के हस्तक्षेप के बावजूद दंगे पर नियंत्रण नहीं हो सका है