अर्चना कुमारी। तेलंगाना के 10 की परीक्षा की पेपर लीक मामले में करीब 8 घंटे की लंबी बहस के बाद, 20 हजार रुपये निजी मुचलके पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय कुमार को हनमकोंडा कोर्ट ने सशर्त बेल मंजूर कर दिया ।
इसके बाद उन्हें जेल से आजाद कर दिया गया। लेकिन उनको कहा गया है कि सबूतों और गवाहों के साथ छेड़छाड़ न करें, जांच में मदद करें, बिना कोर्ट के इजाजत के देश छोड़कर बाहर न जाएं। जमानत मिलने के बाद बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ताओं में उत्साह भर गया और जमकर पटाखे फोड़े। पेपर लीक मामले में बंडी संजय मुख्य आरोपी बनाए गए हैं और उन्हें बृहस्पतिवार हनमकोंडा कोर्ट ने सशर्त बेल मंजूर कर देने के बाद शुक्रवार सुबह बंडी संजय करीमनगर जेल से बाहर निकले।
जेल से आज बाहर निकलते ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंडी संजय ने राज्य के सत्तारूढ़ बीआरएस पार्टी पर जमकर हमला बोला, बंडी संजय ने कहा कि पहले ये बताओ कि परीक्षा शुरू होने के बाद कोई अंदर कैसे गया, पेपर उसको कैसे मिला, पुलिस ने अपना ड्यूटी सही नहीं किया, उसके बाद साजिश रचा।
आपके पास सरकार है, एक शिटिंग जज से जांच कराओ, पुलिस शपथ लेकर बोलो कि कौन दोषी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तेलंगाना पुलिस का कहना है कि बंडी संजय ने पेपर लीक मामले में साजिश रची और जो आरोपी प्रश्न पत्र वायरल किया था, उससे एक दिन पहले व्हाट्सऐप से चैटिंग की थी, मगर बंडी संजय अपना फोन जमा नहीं किया और कहा कि मेरा फोन कहां है नहीं पता। फिलहाल इस मामले को लेकर पुलिस की जांच जारी है लेकिन भाजपा अध्यक्ष का पेपर लिक में पकड़ा जाना भाजपा की राजनीतिक साख पर बट्टा लगने जैसा है