अर्चना कुमारी । फॉरेंसिक साइंस लैब ने अपनी मौखिक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि कर दी है कि जंगल से बरामद हड्डियां श्रद्धा वालकर की थीं। दावा किया गया है डीएनए जांच में उसके पिता से सैंपल का मिलान हो गया ।
खुलासा किया गया है , हड्डियों को आरी से काटकर यहां ठिकाने लगाया गया लेकिन हत्या में प्रयोग किए गए आरी बरामद नहीं हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि एफएसएल के सूत्र भी इसकी पुष्टि कर रहे हैं लेकिन आधिकारिक तौर पर कोई कुछ भी नहीं बोल पा रहा। बताया जाता है कि इस केस की विस्तृत रिपोर्ट आने में अभी समय लगेगा। है।
सोमवार को आफताब का नारको टेस्ट हो सकता है दूसरी ओर आफताब की चार दिन की पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 13 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सूत्रों का कहना है कि हत्याकांड का खुलासा होने के बाद जंगल से मिली हड्डियों की जांच के लिए उनको रोहिणी स्थित एफएसएल भेज दिया गया था। बाद में श्रद्धा के पिता विकास वालकर का डीएनए सैंपल लिया गया। परीक्षण में हड्डियों से उसके पिता का सैंपल मैच कर गया ।
अब पुलिस आधिकारिक रूप से डीएनए रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। बताया जाता है कि इसके अलावा हत्याकांड का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आफताब के घर के टाइल्स से ब्लड सैंपल लिया था। उनका भी पिता से मिलान की बात की जा रही है। इस बीच श्रद्धा के पिता विकास वालकर ने मांग की है कि हत्याकांड की सीबीआई जांच करवाई जाए। आफताब लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा है। उसका परिवार भी हत्याकांड में शामिल है और अभी तक फरार है। आफताब के माता-पिता उसकी हरकतों के बारे में अच्छी तरह जानते थे।
छानबीन के बाद हत्याकांड में उसके माता-पिता की क्या भूमिका है, इसका भी खुलासा हो पाएगा। दिल्ली पुलिस का कहना है कि कि आरोपी को पॉलीग्राफ टेस्ट का एक चरण पूरा हो चुका है जबकि दूसरा चरण करवाने के लिए आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है और इसके बाद उसका नारको टेस्ट होगा। गौरतलब है कि पॉलीग्राफ टेस्ट का एक चरण को लेकर आरोपी ने अब तक फिल्म स्टाइल में सवालों के जवाब दिए हैं जिससे हत्याकांड की गुत्थी परत दर परत नहीं सुलझ पाई