अर्चना कुमारी। आमतौर पर अक्सर नेताओं, अफसरों और कारोबारियों के यहां छापा मारने वाले खुद फंस गए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इम्फाल के एक अधिकारी व उसके सहयोगी को कथित रूप से परिवादी से 15 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सब जोन कार्यालय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इम्फाल, मणिपुर के प्रवर्तन अधिकारी (ईओ) नवल किशोर मीणा एवं उसके सहयोगी बाबूलाल मीणा कनिष्ठ सहायक कार्याल्य उप पंजीयक मुंडावर जिला खैरथल-तिजारा को बुधवार को गिरफ्तार किया।
एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी (अतिरिक्त चार्ज महानिदेशक) ने बताया कि परिवादी ने एसीबी की जयपुर नगर तृतीय इकाई को शिकायत की कि कार्यालय ईडी इम्फाल, मणिपुर में दर्ज चिटफण्ड प्रकरण में उसके विरुद्ध मामले को निपटाने , प्रोपटी अटैच नहीं करने एवं गिरफ्तार नहीं करने की एवज में नवल किशोर मीणा रिश्वत मांग रहे है।
इस पर एसीबी जयपुर के पुलिस उपमहानिरीक्षक डा रवि के सुपरवीजन में एसीबी जयपुर नगर तृतीय इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन किया गया। फिर ब्यूरो टीम ने ट्रेप कार्यवाही करते हुए श्री नवल किशोरी मीणा उर्फ एन के मीणा निवासी ग्राम विमलपुरा, पुलिस थाना तुंगा, बस्सी जिला जयपुर हाल प्रवर्तन अधिकारी सब जोन कार्यालय ईडी इम्फाल, मणिपुर को उसके सहयोगी बाबू लाल मीणा उर्फ दिनेश निवासी ग्राम विमलपुरा के माध्यम से परिवारी से 15 लाख रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार लिया।
एसीबी के उप महानिरीक्षक डा रवि के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी चिटफंड मामले में गिरफ्तार नहीं करने की एवज में आरोपी से 17 लाख रुपए मांग रहा था। ब्यूरो (एसीबी) के बयान के अनुसार, गिरफ्तार लोगों में ईडी के इम्फाल (मणिपुर) स्थित एक कार्यालय का प्रवर्तन अधिकारी (ईओ) नवल किशोर मीणा तथा उसका स्थानीय सहयोगी बाबूलाल मीणा है। परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि कार्यालय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इम्फाल में दर्ज चिटफंड-प्रकरण में उसके विरुद्ध मामले को निपटाने, प्रॉपर्टी जब्त नहीं करने तथा गिरफ्तार नहीं करने की एवज में रिश्वत मांगा। आरोपियों से आगे पूछताछ जारी है।