अर्चना कुमारी । योग गुरु बाबा रामदेव की छवि को धूमिल करने के लिए कुछ लोग सक्रिय हैं, हालांकि उपचार के नाम पर ठगी करने वाले को पुलिस ने धर दबोचा है। पुलिस का कहना है कि यदि यदि आप पतंजलि योग ग्राम, हरिद्वार में इलाज के लिए ऑन लाइन बुकिंग कराने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाएं।
नहीं तो फर्जीवाड़े के चक्कर में फस कर आप लूट सकते हैं। ऐसा संभव है कि आप किसी फर्जी वेबसाइट के चक्कर में फंसकर ठगी का शिकार हो जाएं। राजधानी दिल्ली स्थित उत्तरी जिला पुलिस की साइबर थाना पुलिस ने पतंजलि योग ग्राम में आयुर्वेदिक इलाज कराने के नाम पर ऑन लाइन ठगी करने वाले गैंग का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को दबोचा है। आरोपियों ने पतंजलि योग ग्राम से मिलती-जुलती 20 से अधिक वेबसाइट बनाई हुई थीं।
जैसे ही लोग गूगल की मदद से इन वेबसाइट पर मौजूद नंबरों पर संपर्क करते थे, आरोपी खुद को डॉक्टर बनकर उनसे बात कर ठगी कर लेते थे। आरोपियों की पहचान गैंग सरगना रमेश पटेल उर्फ घंटू (31) इसके छोटे भाई आशिष कुमार उर्फ छोटू (22) और वेबसाइट डेवलपर हरेंद्र कुुमार उर्फ हैरी (25) के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है कि हरेंद्र बीसीए पास है, वह पटना के कॉलेज से एमसीए कर रहा है। आरोपियों ने देशभर के सैकड़ों लोगों से लाखों की ठगी की है।
आरोपियों के पास से पांच लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, 19 सिमकार्ड, 12 डेबिट कार्ड, चार चेक बुक, छह पासबुक, वाइफाई मॉडम और 1.66 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं। इस बारे में गृहमंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर उत्तरी दिल्ली निवासी नितिन शर्मा ने 2.40 लाख ठगी की शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया कि उन्हें अपने बेटे का आयुर्वेदिक इलाज करवाना था। गूगल पर सर्च करने पर उनको पतंजलि योग ग्राम की वेबसाइट मिली, जिस पर एक नंबर उनको मिला।

कॉल करने पर दूसरी ओर बैठे शख्स ने खुद को पतंजलि का डॉ. सुनील गुप्ता बताया। बातचीत के बाद पीड़ित से रजिस्ट्रेशन के नाम पर 10 हजार रुपये मांगे। ऑन लाइन रकम का भुगतान कर दिया गया। इसके बाद पीड़ित से धीरे-धीरे 2.40 लाख रुपये ठग लिये गए। इसके बाद इस रैकेट का खुलासा किया गया पुलिस ने गैंग सरगना रमेश पटेल और उसके छोटे भाई आशीष को नालंदा से दबोच लिया।
इसके बाद फर्जी वेबसाइट बनाने वाले हरेंद्र को पटना से गिरफ्तार कर लिया गया। खुलासा किया गया है कि आरोपियों ने पतंजलि योग ग्राम से मिलती-जुलती 20 से अधिक वेबसाइट बनाया हुआ है। जो भी आयुर्वेदिक इलाज के नाम पर गूगल पर सर्च करेगा। इनकी वेबसाइट उसे जरूर दिखेगी। आरोपियों ने ‘ tptayurved.in’, ‘theayurvedicupchar.com’ जैसी वेबसाइट बनाई थी। पुलिस ने इन वेबसाइट को ब्लाक करने के लिए नेशनल इटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर इसकी लिस्ट सौंप दी है।