अर्चना कुमारी। दिल्ली एनसीआर में ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का सरगना मुंबई से गिरफ्तार किया गया । सूत्रों का दावा है कि दिल्ली एनसीआर समेत देश के विभिन्न हिस्सों में गेमिंग ऐप के जरिए बच्चों का ब्रेनवॉश करने वाले और उनका धर्मांतरण कराने वाले गिरोह का सरगना बद्दो शातिर प्रवृत्ति का बताया जाता है।
पुलिस का कहना है कि उसे महाराष्ट्र के ठाणे स्थित अलीनगर के कॉटेज से पकड़ा गया है। इसके अलावा शाहनावज के भाई को सिम कार्ड की मदत करने वाले दो और लोगों को दबोचा गया । जांच करवाई के दौरान पता चला है कि 23 साल के बद्दो उर्फ शाहनवाज मकसूद खान के खिलाफ गाजियाबाद के कवि नगर थाने में धर्मांतरण कानून की धारा 3 ,5,(1 ) के तहत मुकदमा दर्ज है। आरोपी को पकड़ने के लिए गाजियाबाद पुलिस कई दिन से महाराष्ट्र में डेरा डाल कर बैठी थी, पुलिस ने इस क्रम में शाहनवाज के रिश्तेदारों से पूछताछ की और उनके मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैस करते हुए गाजियाबाद पुलिस मुंबई के वर्ली पहुंची ।
बताया जाता है कि वहां पर शाहनावज के भाई को सिम कार्ड की मदत करने वाले दो और लोगों को मुंब्रा पुलिस ने गिरफ्तार किया । पुलिस के मुताबिक, जीबुर्रहमान के बेटे तौसीफ ने शज्जू ख़ान को सिमकार्ड दिलाया था, शज्जु ने शाहनवाज़ को इस्तेमाल के लिए सिमकार्ड दे दिया था ।
बताया जाता है कि इसके बाद मुंब्रा पुलिस द्वार मुजीबुर्रहमान के परिवार के दोनो बेटे को गिरफ्तार कर मुंब्रा पुलिस स्टेशन लाया , मुजीबुर्रहमान शेख का बड़ा लड़का तौसीफ मुजीबुर्रहमान शेख और और छोटा बेटा आर्यन शेख है,उस समय बद्दो को खबर लग गई कि गाजियाबाद पुलिस उसकी तलाश में वर्ली पहुंच चुकी है और इसके बाद मुख्य आरोपी कॉटेज में छुप गया, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया जहां से उसे कोर्ट में पेश कर गाजियाबाद पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर उसे लेकर गाजियाबाद ले आई है।
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि बद्दो ने पूछताछ में बताया कि उसकी जाकिर नाइक से मुलाकात साल 2021 में फोर्ट नाईट गेमिंग ऐप के जरिए हुई थी, उसके बाद दोनों एक दूसरे से बात करने के लिए Discod प्रणाली का इस्तेमाल करने लगे, इसके बाद दोनों फोन पर बात करते थे. आरोपी बद्दो ने बताया कि साल 2021 के दिसंबर में दोनों valorant गेम के जरिए बच्चों को शिकार बनाने का काम शुरू किया था, यहीं से पहली बार इन्होंने धर्मांतरण की दिशा में काम शुरू किया