अर्चना कुमारी माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के शव को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद में शनिवार को सुपुर्द-ए-खाक किये जाने के बाद, बलिया जिले के निरूपुर गांव में एक दिवंगत पुलिसकर्मी के परिवार ने खुशी जाहिर की।
दिवंगत पुलिसकर्मी निर्भय उपाध्याय की पत्नी अनीता उपाध्याय ने कहा, भगवान बहुत देर किए, लेकिन बहुत अच्छा किए। आज इंसाफ मिल गया।’
ज्ञात हो गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद क्षेत्र में 29 नवंबर 2005 को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कृष्णानंद राय के काफिले पर हुई गोलीबारी में राय और उपाध्याय सहित सात लोगों की मौत हो गई थी।
बलिया जिले के हल्दी थाना क्षेत्र में नीरूपुर गांव के रहने वाले पुलिसकर्मी उपाध्याय, राय की सुरक्षा में तैनात थे। दिवंगत पुलिसकर्मी के परिजनों ने बताया कि उपाध्याय की मौत के करीब डेढ वर्ष पूर्व ही उनकी शादी अनीता उपाध्याय से हुई थी।
घटना के वक्त उनकी बेटी रोशनी महज आठ माह की थी। मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक किये जाने की खबर सुनकर दिवंगत पुलिसकर्मी की पत्नी अनीता और बेटी रोशनी की आंखों में आंसू आ गए।
अपने शहीद पति की फोटो हाथों में लिए अनीता ने कहा कि आज उन्हें दुनिया की बहुत अधिक खुशी मिली है। वहीं, रोशनी ने बताया कि उसने वचन लिया था कि वह पढ लिखकर नौकरी करेगी और ‘‘अपने पिता की मौत का बदला मुख्तार अंसारी को अदालत से सजा दिलाकर लेगी, और अब भगवान के इंसाफ से आज उसके कलेजे को ठंडक मिली है।
’ इस बीच’ पूर्व विधायक अंसारी का शव कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को गाजीपुर जिले के उनके पैतृक निवास स्थान युसूफपुर मोहम्मदाबाद के निकट कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी।
मुख्तार के परिजनों ने अंसारी को जेल में धीमा जहर देने का आरोप लगाया है। हालांकि, अस्पताल के सूत्रों के अनुसार, अंसारी के पोस्टमार्टम में इस बात की पुष्टि हुई है कि उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।