अर्चना कुमारी। ये तृप्ति करण नही तो क्या है। अलीगढ शहर में होली के अवसर पर रंग डाले जाने से बचने के लिए कम से कम दो मस्जिद को एहतियातन तिरपाल से ढक दिया गया है। वहीं संभल में भी छह-सात मस्जिदों को तिरपाल से ढक दिया गया है।
अलीगढ के पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) अभय पांडेय ने बताया कि शहर कोतवाली क्षेत्र में सब्जी मंडी स्थित हलवाईयान मस्जिद और दिल्ली गेट स्थित एक अन्य मस्जिद सहित कम से कम दो मस्जिद को तिरपाल से ढक दिया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति होली के दौरान उन पर रंग न फेंक सके।
उन्होंने बताया कि संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया गया है और पुराने शहर के इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया गया है। पांडेय ने बताया कि होली की पूर्व संध्या पर शांति बनाए रखने के लिए शहर में कानून-व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है।
संभल से मिली खबर के मुताबिक होली त्योहार के चलते प्रशासन ने मुस्लिम समाज की सहमति से कुछ मस्जिदों को रंग के विवाद से बचने के लिए तिरपाल से ढक दिया गया है।
संभल के अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) श्रीश चंद्र ने बताया कि संभल में छह-सात मस्जिदों को पिछली साल की तरह इस साल भी तिरपाल से आपसी सहमति करके ढका गया है क्योंकि रंग पढने से अक्सर विवाद हो जाते हैं और इनसे बचने के लिए पिछली बार भी कई मस्जिदों को तिरपाल से ढका गया था और इस साल भी ढका गया है।
संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज कुमार ने बताया कि प्रशासन द्वारा मुस्लिम समाज से बातचीत करके आपसी सहमति से होली के त्योहार पर कोई भी रंग से दिक्कत न हो इसके चलते रंग खेलने वाले रूट की छह-सात मस्जिदों को ढका गया है।
उन्होंने कहा कि यह सब आपसी सद्भाव के चलते पिछले साल की तरह इस साल भी किया गया जिससे होली त्योहार पर किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो । मुस्लिम व्यापारी संगठन के संरक्षक एहतेशाम अहमद ने बताया की पिछले साल भी संभल शहर की आर्य समाज रोड, बाजार मस्जिद, नखाशा मस्जिद सहित कई मस्जिद ढंकी गयी थी।
अहमद ने कहा कि इससे नगर में शांति व्यवस्था बनी रहती है। रंग वाले दिन रंग पढने से अक्सर विवाद की स्थिति बन जाती है लेकिन इससे अमन चैन और शांति बनी रहती है।