अर्चना कुमारी। इजराइली सेना ने अब गाजा सिटी की घेराबंदी कर दी और हमास शासित क्षेत्र के उत्तरी हिस्से को दक्षिणी हिस्से से अलग कर दिया। जबकि पूरे गाजा में रातभर कई घंटों तक ठप रही संचार सेवा बहाल हो गई है। अब आशंका है इजरायली सैन्य बलों के शहर में घुसने और वर्षों से तैयारी कर रहे हमास आतंकवादियों के बीच आमने सामने लड़ाई होगी।
सुरंगों के बड़े नेटवर्क का इस्तेमाल करने वाले हमास का औकात अब पता चलेगा। लेकिन अब युद्ध में दोनों पक्षों की मृतक संख्या बढने की आशंका है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस युद्ध में फलस्तीन के 9,700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि इजराइल में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई है।
इन हमलों में गाजा में 15 लाख से अधिक फलस्तीनी विस्थापित हुए हैं। इसके अलावा गाजा में कम से कम 241 लोगों को बंधक बनाया गया है। गाजा में लोग भोजन, दवाइयों, ईंधन और पानी की कमी से जूझ रहे हैं और उन्हें पर्याप्त मानवीय मदद नहीं पहुंच पा रही। हमलों के खिलाफ प्रदर्शनों और इसे रोके जाने की अपीलों के बावजूद इजराइल ने हमास के लड़ाकों और उनकी संपत्तियों को नष्ट करने के लक्ष्य से पूरे गाजा में बमबारी जारी रखी है।
इजराइल ने हमास पर आम नागरिकों का मानवीय ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। अमेरिका ने आम नागरिकों को राहत देने के लिए इजराइल से कुछ वक्त के लिए हमले रोकने की अपील की थी, लेकिन इजराइल का कहना है कि वह गाजा में हमास शासकों को कुचलने के लिए अपने हमले जारी रखेगा।
इजराइल का कहना है कि जब तक हमास बंधकों को रिहा नहीं कर देता, तब तक हमले जारी रहेंगे। इस बीच अशांति के बीच एक फलस्तीनी व्यक्ति ने पूर्वी येरुशलम में इजराइल के अर्धसैनिक सीमा पुलिस के दो सदस्यों को चाकू मारकर घायल कर दिया, जिसके बाद इजराइली बलों ने उसे गोली मार दी। इजराइल ने 1967 के युद्ध में गाजा और वेस्ट बैंक के साथ पूर्वी यरुशलम पर भी कब्जा कर लिया था। इस बार उसका हमास इलाके में कब्जा हो सकता है।