अर्चना कुमारी आखिरकार उस बदमाश को पकड़ा गया। जो गुजरात और देश भर में सीरियल धमाके करने की धमकी दे रहा था। बता रहा था कि वह 26 /11 की तरह सब कुछ तबाह कर देगा।
बाद में जांच के दौरान साइबर क्राइम पुलिस ने ओडिशा से इस शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया। अब उससे आगे की पूछताछ की जा रही है और उसकी रणनीति के बारे में जानकारी लिया जा रहा।
अहमदाबाद पुलिस ने बताया राज्य में पीएम मोदी के आगमन से पहले 26/11 जैसे धमाके की धमकी देने के मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी तब मिली जब साइबर क्राइम पुलिस ने काफी छानबीन के बाद आरोपी को ओडिशा से गिरफ्तार किया।
धमकी देने वाला पेशे से पेंटर है और उसने खुलासा किया वह गैराज में कारों की पेंटिंग करता था। पूछताछ में उसने कहा कि लोगों को डराने के लिए ऐसा किया है हालांकि, पुलिस उसके दावे को लेकर उससे गहन पूछताछ कर रही है। ज्ञात हो पिछले दिनों 26/11 जैसे ब्लास्ट की धमकी दी गई थी। 6 मार्च को एटीएस समेत अन्य एजेंसियों को मेल से इस तरह की धमकी दी गई।
इसमें कहा गया कि पूरे देश में 26/11 जैसे धमाके दोबारा होने वाले हैं। मेरे आतंकवादी तैयार हैं और ताकत है तो रोक लो। सरकारी इमारतों को उड़ाने की भी धमकी दी गई थी। इसके बाद एटीएस, एनआईए समेत एजेंसियां एलर्ट हो गई। इसे लेकर एटीएस ने साइबर क्राइम थाने में अज्ञात शख्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी.और जांच शुरू हुई।
जांच में पता चला इंटरनेशनल टेररिस्ट नाम से फर्जी आईडी भी बनाई गई और इसके मेल से धमकी दिया गया। एटीएस और साइबर क्राइम ने तकनीकी विश्लेषण के आधार पर ओड़ीसा के मेलर्स को ट्रैक किया। आरोपी की पहचान 28 वर्षीय जावेद अंसारी के रूप में हुई है।
आरोपी गैराज में कारों की पेंटिंग और पॉलिश करने का काम करता था। आरोपी सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरों को डॉन दाऊद और आतंकवादी ओसामा बिन लादेन की तस्वीरों के साथ एडिट करके लोगों को दिखाता था कि वह एक आतंकवादी संगठन से जुड़ा हुआ है और उसने इंटरनेशनल टेररिस्ट नाम से एक फर्जी आईडी भी बनाई थी।
साइबर क्राइम के अनुसार आरोपी ने अलग-अलग एजेंसियों को मेल किया था। इसमें एक फेसबुक प्रोफाइल भी था। तकनीकी सर्वेक्षण के आधार पर एक टीम गठित कर उड़ीसा भेजी गयी। जहां आरोपी को पकड़ लिया गया।
आरोपी ने बताया कि आसपास के लोग उसे परेशान कर रहे थे, जिससे वह तंग आ गया था। इसलिए उसने लोगों को डराने के लिए ऐसा कदम उठाया कि लोग उससे डरें. उसे ये आइडिया मोबाइल पर नेट सर्फिंग से मिला। लेकिन उसके दावा कितना सही है,इस बारे में जांच जारी है।