अर्चना कुमारी। साकेत कोर्ट में तैनात एक जज की पत्नी ने खुदकुशी कर ली। उनका शव मैदानगढ़ी इलाके के राजपुर खुर्द स्थित उनके भाई के फ्लैट में लटका मिला। मृतका की शिनाख्त अनुपमा बेनीवाल (42) के रूप में हुई है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि मृतका के पास से तीन अलग-अलग सुसाइड नोट बरामद हुए। लेकिन मृतका ने क्यों मौत को गले लगाया फिलहाल इस मामले पर पुलिस बोलने को तैयार नहीं है। आशंका है कि पारिवारिक कलह और डिप्रेशन की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि अनुपमा अपने पति अशोक बेनीवाल के साथ साकेत कोर्ट कॉम्प्लेक्स में रहती थीं। परिवार में एक बेटा व बेटी हैं। अशोक बेनीवाल साकेत कोर्ट में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हैं। इनके परिवार के कई अन्य सदस्य भी जज हैं। खुद अनुपमा पेशे से वकील थीं और तीस हजार कोर्ट में वकालत करती थीं। शनिवार सुबह अनुपमा पति से मालवीय नगर मार्केट जाने की बात कर घर से निकली थीं। काफी तलाश करने के बाद जब उनका पता नहीं चला तो अशोक बेनीवाल ने देर रात साकेत थाने में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई।
कोर्ट परिसर के आसपास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। एक फुटेज में अनुपमा ऑटो में सवार होती दिखीं। उस ऑटो के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस देर रात को ऑटो चालक के पास जेजे कालोनी रघुबीर नगर पहुंची। ऑटो चालक ने बताया कि वह महिला को मैदानगढ़ी इलाके के राजपुर खुर्द में छोड़कर आया था। यह बात पुलिस ने जज से बताई और अशोक बेनीवाल ने बताया कि राजपुर खुर्द में उनका साला रहता है।
एक टीम अशोक बेनीवाल के साथ देर रात को अनुपमा के भाई के घर पहुंची। यहां दूसरी मंजिल पर उनके भाई रहते हैं ,जबकि पहली मंजिल का फ्लैट कुछ दिनों से खाली था। जांच करने पर पता चला कि कोई अंदर है, लेकिन उसका दरवाजा अंदर से बंद है। अशोक बेनीवाल की मौजूदगी में पुलिस ने खिड़की की ग्रिल काटी और फ्लैट के अंदर दाखिल हुआ गया। वहां अंदर एक कमरे में अनुपमा पंखे पर दुपट्टे के सहारे लटकी थीं। सूत्रों का कहना है कि छोटे-छोटे सुसाइड नोट में अनुपमा में अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं बताया है। दूसरे में उन्होंने अपने बच्चों का जिक्र किया है। तीसरा नोट अपने परिवार को संबोधित करते हुए लिखा है। लेकिन पुलिस इसका खुलासा नहीं कर रही है।