अर्चना कुमारी। मोहम्मद जुबेर के हनुमान जी पर टिप्पणी को लेकर मामले की जांच में जुटी इंटेलीजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटजिक ऑपरेशन (आईएफएसओ) यूनिट जुबैर का लैपटॉप और हार्ड डिस्क बरामद किए जाने का दावा किया। अब स्पेशल सेल की टीम दिल्ली लौट रही है और दोनों को फॉरेंसिक जांच के लिए भिजवा दिया गया है। पुलिस का कहना है कि अब लैपटॉप और हार्ड डिस्क से जुड़े साक्ष्य मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा जांच में स्पेशल सेल की टीम ट्विटर से भी मदद ले रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि विवादित छवि के मोहम्मद जुबेर के खिलाफ
हनुमान भक्त नाम से बने ट्विटर हैंडल ने जुबैर के आपत्तिजनक ट्वीट पर एक्शन की मांग की थी। पूछताछ में पता चला कि जुबैर का यह ट्वीट मार्च 2018 में किया गया था और इस मामले की जांच पहले से चल रही थी। वैसे पुलिस टीम ने एक अन्य मामले में पूछताछ के लिए मोहम्मद जुबैर को बुलाया था जिसमें उसे अदालत से गिरफ्तारी पर स्टे मिला हुआ है। पुलिस टीम ने फिलहाल जुबैर को चार दिन की रिमांड पर लिया हुआ है।
इस मामले में पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाने की बात कही थी। इसके लिए पुलिस टीम गुरुवार को बेंगलुरु स्थित मोहम्मद जुबैर के घर पहुंची। जांच कार्रवाई के दौरान अथक प्रयास के बाद जुबेर के घर से उन्होंने लैपटॉप और हार्ड डिस्क बरामद की है। इसकी जांच स्पेशल सेल द्वारा लैब में करवाई जा रही है ताकि केस से जुड़े साक्ष्य मिल सके। पुलिस सूत्रों में बताया कि जुबैर का मोबाइल पहले ही फॉर्मेट हो चुका था जिसकी वजह से उसके मोबाइल से कोई साक्ष्य नहीं मिले । पुलिस का मानना है कि मोहम्मद जुबैर के लैपटॉप एवं हार्ड डिस्क से उन्हें काफी जानकारी मिल सकती है। पुलिस टीम उसे लेकर आज वापस दिल्ली लौटेगी।
पुलिस सूत्रों में बताया कि इस मामले में प्रारंभिक जांच के बाद पता चला कि बीते कुछ महीनों के दौरान पत्रकार को अलग-अलग जगहों से बैंक खाते में लगभग 50 लाख रुपये मिले हैं। यह रकम किन लोगों ने भेजी, इसकी जांच भी होगी। इसके लिए स्पेशल सेल आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय को पत्र लिखेगी। सूत्रों ने बताया कि पुलिस इस मामले में शिकायत करने वाले हनुमान भक्त ट्वीटर हैंडल की भी जांच कर रही है, हालांकि ट्विटर अकाउंट डिलीट बताया जाता है। उसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।