अर्चना कुमारी। दिल्ली के यमुनापार क्षेत्र की हिंदू युवती को नाम बदलकर धोखे से प्रेम जाल में फंसाने और उसका निरंतर शारीरिक उत्पीड़न करने वाले तीन बच्चों के पिता वकील के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा गया है। पत्र की प्रति दिल्ली पुलिस आयुक्त, दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और दिल्ली बार काउंसिल को भी भेजी गई ।
यूनाइटेड हिंदू फ्रंट अध्यक्ष जयभगवान गोयल ने कहा कि अपना नाम और धर्म छुपाकर हिंदू युवतियों को अपने झूठे प्रेम जाल में फंसाने की घटनाओं में आश्चर्यजनक वृद्धि देखने को मिल रही है। वकील का पेशा एक अत्यंत प्रतिष्ठित पेशा माना जाता है लेकिन इरशाद नामक वकील ने जिस प्रकार अपना झूठा नाम बताकर हिंदू युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया और उसे शारीरिक संबंध बनाने को मजबूर किया यह अत्यंत निंदनीय होने के साथ-साथ अति गंभीर अपराध भी है।
इरशाद के ऊपर बलात्कार करने, अप्राकृतिक शारीरिक संबंध बनाने, बंधक बनाकर रखने और बेरहमी से लगातार पिटाई करने के अत्यंत गंभीर आरोप हैं। नॉर्थ ईस्ट जिला पुलिस द्वारा एफ आई आर दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लेने की हम सराहना करते हैं लेकिन पुलिस को सबूत एकत्रित करके उसे सख्त से सख्त सजा दिलानी चाहिए।इससे पूर्व पीड़िता दिल्ली पुलिस से सहायता मांगती रही लेकिन पुलिस ने कोई मदद नहीं की क्योंकि इरशाद अपने वकील होने की धौंस दिखा कर मामला दबा देता था।
दिल्ली पुलिस द्वारा मदद ना मिलने की स्थिति में पीड़िता मेरठ चली गई लेकिन वहां भी इरशाद ने उसका पीछा करना नहीं छोड़ा। मेरठ पुलिस के आगे मदद की गुहार भी पीड़िता को इरशाद से छुटकारा ना दिला सकी। उन्होंने इरशाद की अमानवीय हरकतों को देखते हुए उसकी संपत्ति कुर्क करने अथवा उसके मकान पर बुलडोजर चलाने की भी मांग की।संदेह व्यक्त किया है कि अभी भी अपने वकील होने की धौंस दिखाकर इरशाद गवाहों और सबूतों से छेड़छाड़ कर सकता है, अतः पुलिस प्रशासन को सजग रहने की आवश्यकता है।