अर्चना कुमारी। नेपाल जहां कभी हिंदुओ की अधिक आबादी के लिए उसे हिंदू राष्ट्र की संज्ञा दी गई वहां अब इस्लामी लोगो का कब्जा बढ़ रहा है। यहां पर सरस्वती पूजा मूर्ति विसर्जन के दौरान नेपाल के रौतहट जिला में मुस्लिम समुदाय के लोगो ने हिंदुओ पर हमला किया। इसके बाद हिंदू भी सड़क पर उतरे। बताया जाता है, दो समुदायों के बीच हुए साम्प्रदायिक झड़प के बाद नेपाल के बीरगंज में कर्फ्यू लगाया गया। यहां मुस्लिम समुदाय के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था।
विरोध मार्च बीरगंज के छापकहिया में पहुचने के दौरान दूसरे पक्ष भी इसका विरोध किया। देखते ही देखते दोनों पक्षो के बीच झड़प शुरू हो गई।इस बीच दो समुदायों के बीच झड़प को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा बीरगंज में कर्फ्यू लागू कर दिया गया।नेपाल के रौतहट जिला में दो समुदायों के बीच हुए साम्प्रदायिक झड़प के बाद नेपाल के बीरगंज में अब तनाव है। नेपाल सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए एक हजार सुरक्षाकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।
भारत से सटे नेपाल के बीरगंज शहर में देवी सरस्वती की मूर्ति के विसर्जन को लेकर हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच भारी बवाल होने के बाद बॉर्डर बंद है। नेपाल की सरकार ने बीरगंज में सोमवार शाम से ही अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया है। बताया जा रहा है कि हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच देवी सरस्वती की मूर्ति के विसर्जन को लेकर पहले रौताहाट में विवाद हो गया।
इसके बाद हिंसा भड़क उठी। जिला प्रशासन ने हिंसा को भड़कने से रोकने के लिए पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। यह कर्फ्यू नगवा चौक, तिलाबे ब्रिज, परबनीपुर पर्सा और मैत्री पुल पर लगाया गया है। प्रशासन ने कहा है कि यह कर्फ्यू अगले आदेश तक जारी रहेगा। बताया जा रहा है कि देवी सरस्वती की मूर्ति को एक स्थानीय झील में विसर्जित किया जाना था और इसी दौरान हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष में विवाद हो गया और हिंसा भड़क उठी।
जिला प्रशासन ने कहा है कि किसी को भी इकट्ठा होने, बैठक करने, रैली निकालने या सड़क पर चलने पर रोक दिया गया है।इस बीच कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मूर्ति का विसर्जन किया गया। बताया जा रहा है कि बीरगंज हिंसा के बाद देवी सरस्वती की मूर्ति तीन दिन तक सड़क पर पड़ी रही। इसके बाद भारी पुलिस बल के बीच इस मूर्ति का विसर्जन किया गया है।
इस बीच विवाद को शांत कराने के लिए कई राजनीतिक दल, सांसद और वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी सामने आ गए हैं। नेपाल पुलिस के डीआईजी यज्ञ विनोद पोखरेल समेत कई आला अधिकारी पिछले दो दिनों से बीरगंज में डेरा डाले हुए हैं ताकि हालात को नियंत्रण में लाया जा सके। रौताहाट के मुख्य जिला अधिकारी हीरालाल रेगमी ने कहा कि सभी पार्टियों की बैठक के बाद देवी सरस्वती की मूर्ति का विसर्जन संभव हो गया ।
इसको लेकर सोमवार को सहमति बनी थी। विवाद तब शुरू हुआ मूर्ति को विसर्जित करने के लिए हिंदू विसर्जन यात्रा निकाल रहे थे, उसी समय मुस्लिम पक्ष ने ज्यादा आवाज होने का आरोप लगाया। नेपाल के रौतहट में हिंदुओ पर जमकर पत्थरबाजी में कई हिंदुओ को आई गंभीर चोटें आई और 11 पुलिसकर्मी भी घायल हुए।