शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने अपने मुख्य शिष्यो के साथ मिलकर सम्पूर्ण हिन्दू समाज से 17,18,19,20 और 21 दिसम्बर 2024 को शिवशक्ति धाम डासना में होने वाली विश्व धर्म संसद में सहयोग करने का आह्वान किया।यह धर्म संसद सम्पूर्ण विश्व में बढ़ती हुई मुस्लिम जनसंख्या अनुपात और उसके दुष्प्रभाव के विषय मे सम्पूर्ण विश्व को जागृत करने के लिये की जा रही है।
एक वीडियो जारी करके महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने हिन्दू समाज का आह्वान किया की तथाकथित धर्मनिरपेक्षता के नाम पर सम्पूर्ण विश्व अब तेजी से महाविनाश की ओर बढ़ रहा है।विश्व के अधिकांश हिस्सों में मुस्लिम जनसंख्या अनुपात और धार्मिक समूहों की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ रहा है।सम्पूर्ण विश्व को यह समझना पड़ेगा कि दुनिया के इतिहास का एक घृणित सच यह भी है कि जिस देश या भूभाग में एक बार मुस्लिम जनसंख्या तीस प्रतिशत हो जाती है,उस देश या भूभाग में अगले केवल पचास वर्षों में मुस्लिम फिर किसी को भी सम्मानपूर्वक जिंदा नहीं रहने देते।
इस्लाम के उदय से आज तक कोई भी भूभाग इसका अपवाद नहीं है।इस्लाम का जिहाद किसी एक कौम या समुदाय का शत्रु नहीं है बल्कि सम्पूर्ण मानवता का शत्रु है।यहाँ तक कि अगर सम्पूर्ण विश्व के सभी लोग अपना धर्म छोड़कर मुसलमान बन जाये तो भी इस्लाम का जिहाद नहीं रुकेगा क्योंकि मोहम्मद यह कह कर गया है कि इस्लाम के 73 फिरके अर्थात सम्प्रदाय होंगे जिनमे से केवल एक जन्नती होगा।बाकी 72 फिरके जहन्नमी होंगे अर्थात मुनाफिक होंगे।
इस्लाम मे एक मुसलमान के लिये जितना जरूरी काफिर अर्थात गैर मुस्लिम की हत्या करना फर्ज है,उससे ज्यादा जरूरी फर्ज एक मुनाफिक अर्थात जहन्नमी मुसलमान की हत्या करना है।इसका अर्थ है कि यदि मुस्लिम जिहाद के द्वारा विश्व के सभी काफिरो और मुशरिकों का कत्ल करने में सफल हो गए तो फिर वो एक दूसरे का कत्ल करने में लग जायेंगे और सम्पूर्ण मानवता को समाप्त करके ही मानेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि अब हम सबको तय करना ही पड़ेगा कि हम इस्लाम के जिहाद को रोकने का कोई ठोस प्रयास करेंगे या मूक दर्शक बन कर इस जिहादियों के हाथों सम्पूर्ण मानवता को समाप्त होते हुए देखते रहेंगे।
उन्होंने सम्पूर्ण विश्व के धर्मगुरुओं का आह्वान करते हुए कहा कि धर्मगुरुओं को अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए मानवता को इस भीषण और दुर्दांत संकट से मुक्ति का मार्ग दिखाना चाहिये।इसके लिये विचार विमर्श का एक मंच तैयार करने के लिये ही शिवशक्ति धाम डासना में आगामी 17,18,19,20 और 21 दिसम्बर 2024 को विश्व धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है।सर्वोच्च ईसाई धर्मगुरु पोप सहित दुनिया के 15 हजार धर्मगुरुओं को इसका निमंत्रण दिया जाएगा।
आशा की जा सकती है कि यह विश्व धर्म संसद सम्पूर्ण विश्व के इतिहास में अपना स्थान बनाएगी और मानवता की रक्षा में महत्वपूर्ण साबित होगी। उन्होंने सम्पूर्ण विश्व के समस्त हिन्दुओ से इस महत्वपूर्ण कार्य के लिये सहयोग करने का आह्वान करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज से इसके लिये सहयोग मांगने वो खुद लखनऊ जाएंगे। उन्होंने अपने शिष्यगण सभी यति सन्यासियो से इस महान कार्य मे जुट जाने का भी आह्वान किया।