अर्चना कुमारी। कृष्ण की नगरी मथुरा में एक पुजारी की मां योगी सरकार से न्याय की गुहार लगा रही है। उसका कहना है, जिस पुजारी ने कभी राम मंदिर कार सेवा में भाग लिया था।
उसकी 6 जून 2023 को मथुरा में बेरहमी से हत्या कर दी गई और जिंदा जला दिया गया।लेकिन अबतक पीड़ित परिवार को इंसाफ नहीं मिला है।उनके तीन छोटे बच्चे जीवित हैं और हिंदू होने का दर्द पीड़ित परिवार को है ।
कोई भी हिंदू संगठन या बड़ा नेता इस परिवार का समर्थन करने नहीं आया। ब्राह्मण पुजारी नंद किशोर शर्मा को बेरहमी से जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया था।
मथुरा पुलिस मामले में अब तक आरोपियों को पकड़ने में विफल रही है, जिसके चलते परिवार निराश है और न्याय की मांग कर रहा है। बताया जाता है, राधा कृष्ण मंदिर में धार्मिक अनुष्ठानों और समारोह कराने वाले पुजारी नंद किशोर शर्मा का जला हुआ शव पिछले साल 7 जून को दीनू हाजी का कोथरा दौताना में मिला था।
जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में दिल्ली सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया था। पुजारी नंद किशोर शर्मा के असामयिक निधन के बाद अब उनके तीनों मासूम बेटों का पालन पोषण और भविष्य खतरे में नजर आ रहा है।
मृतक नंद किशोर शर्मा के पिता ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए भाजपा नेताओं से समर्थन की कमी और परिवार को कोई भी मुआवजा राशि उपलब्ध न कराएं जाने पर सरकार की आलोचना की हैं।
उन्होंने अब तक हुई पुलिस जांच पर भी अपनी गहरी निराशा व्यक्त की और दावा किया कि शायद न्याय पाने के लिए वह बहुत गरीब और कमजोर हैं।मृतक पुजारी के भाई श्याम शर्मा ने कहा उन्हे इंसाफ अबतक नहीं मिला है।
उसने बताया न तो इस पूरे मामले में जांच ठीक से हुई है और न ही पीड़ित परिवार को कोई मुआवजा दिया गया है। उन्होंने बताया कि किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं ने पीड़ित परिवार की वर्तमान स्थिति जानने और हालचाल पूछने का प्रयास नहीं किया, क्योंकि पीड़ित एक गरीब ब्राह्मण परिवार हैं।
नंदकिशोर शर्मा पूजा-पाठ, विवाह आदि संस्कार कराने का कार्य करता था। घटना के दिन घर से समीप गांव दोताना मैं एक प्रजापति परिवार के यहां विवाह कराने गया था। जबकि पता चला कि उस गांव में कोई शादी ही नहीं थी।
नंद किशोर शर्मा का 6 वर्ष पूर्व विवाह हुआ था और पत्नी छोड़ कर चली गई थी। युवक गांव में मौसी के साथ 3 बच्चों के साथ रहता है।युवक पर दो लड़की और एक लड़का है। वो चंदौली गांव में रहता था, यहां उसकी ननिहाल है, जबकि वह मूल रूप से नंदगांव का रहने वाला था।