द कश्मीर फाइल्स को लेकर केजरीवाल के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया । उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री आवास पर कथित तौर पर तोड़फोड़ किया और मुख्यमंत्री विरोधी नारे लगाए। आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच इस मुद्दे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है, जिसके बाद इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज किया ।
दरअसल भारतीय जनता पार्टी की युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा के युवा कार्यकर्ताओं की मांग थी कि मुख्यमंत्री अरिंवद केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों का मजाक उड़ाया है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने 70 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
बाद में सभी को छोड़ दिया गया। इस मामले को लेकर सिविल लाइंस पुलिस में आईपीसी की धारा ️186/353/188/332 आईपीसी और 3 सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की रोकथाम अधिनियम, 1984 के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस का कहना है कि इस बारे में तोड़फोड़ को लेकर जांच जारी है जबकि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें भेजी गईं है। गौरतलब है कि
भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और युवा मोर्चा के नेता मुख्यमंत्री आवास के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे । आरोप है कि इस दौरान प्रर्शनकारियों ने आवास पर लगे सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा अवरोधकों नुकसान पहुंचाया और आवास के बाहर लगे बूम अवरोधक बैरियर को तोड़ दिया। उत्तेजित कार्यकर्ताओं ने नेमप्लेट पर भगवा रंग पोत दिया । मामले की जानकारी पुलिस को मिली और पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को रोका , लेकिन 15-20 कार्यकर्ता आगे तक पहुंच गए । पुलिस का कहना है कि सभी को वहां से जल्दी ही हटा दिया गया।