अर्चना कुमारी। गणतंत्र दिवस समारोह को लेकर जमीन से लेकर आसमान तक कड़ा पहरा होगा। इसके तहत दिल्ली के चप्पे चप्पे पर कड़ी निगरानी की जा रही है। दिल्ली पुलिस का कहना है 25 जनवरी की रात से ही बॉर्डर पर भारी वाहन की एंट्री बंद कर दी जाएगी जबकि शहर के अंदर भी जगह-जगह बैरिकेड्स लगाकर चेकिंग के आदेश दिए गए है।
कई मार्गो में फेरबदल किया गया है और जहां संवेदनशील इलाकों में जवानों की तैनाती की गई है वही परेड रूट और समारोह स्थल पर बहु स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है। राष्ट्रपति भवन, कर्तव्य पथ के रास्ते से होते हुए लालकिले तक जाने वाले इस रूट की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों की भी जगह-जगह तैनाती की जा रही है जबकि कर्तव्य पथ की सुरक्षा की बाहरी लेयर में 14 हजार जवान तैनात होंगे।
इनमें दिल्ली पुलिसकर्मी, अतिरिक्त रिजर्व पुलिस की कंपनियां, क्विक रिस्पांस टीम, स्वात कमांडो टीम, बम डिस्पोजल और डिटेक्टिव टीम के साथ ही ट्रैफिक पुलिस के जवान आदि शामिल है। पुलिस ने बताया कर्तव्य पथ और उसके आसपास के इलाकों में करीब 14000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किए जाने की प्रक्रिया शुरू है। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस साल परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर करीब 77,000 लोगों के आने की संभावना है जिसके मद्देनजर सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
दिल्ली पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि अयोध्या के राम मंदिर में सोमवार को हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद दिल्ली के संवेदनशील इलाकों में शांति बनी रहे। उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के बीच आपसी सहयोग की मदद से सीमावर्ती इलाकों में शांति कायम रखी जा रही है।सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नयी दिल्ली जिले को 28 जोन में बांटा गया है।
हरेक जोन का नेतृत्व वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर मधूप तिवारी ने बताया गुमशुदा व्यक्ति बूथ, हेल्प डेस्क, प्राथमिक चिकित्सा कियोस्क और सुविधा बूथ स्थापित किए गए हैं, जहां आगंतुक परेड स्थल पर जाने से पहले अपने वाहनों की चाबियां जमा कर सकते हैं।उन्होंने लोगों से समय पर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने और गहन जांच के दौरान सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करने का भी अनुरोध किया