मुसलिम महिला की जान बचाने सामने आई बहादुर सिख लड़की
किसी भी मजहब में वह चीज हराम कैसे हो सकती है जिससे किसी की जान बचती हो। लेकिन इसलाम में अंग दान को हराम माना गया है। तभी राजौड़ी की रहने वाली समीरा अख्तर...
किसी भी मजहब में वह चीज हराम कैसे हो सकती है जिससे किसी की जान बचती हो। लेकिन इसलाम में अंग दान को हराम माना गया है। तभी राजौड़ी की रहने वाली समीरा अख्तर...
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