अर्चना कुमारी। करीब 1200 करोड़ रूपए मूल्य से अधिक के ड्रग्स बरामद किए गए, जिसे बेचकर रकम भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाना था। रहीमुल्लाह और मुस्तफा नामक तस्करों को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल कालिंदी कुंज मेट्रो के समीप मिठापुर रोड से पकड़ा । दोनों के पास से 312.5 किलोग्राम मेथामफेटामाईन और 10 किलो रिफाइन हेरोइन तथा दो वाहन भी जब्त की गई ।
बरामद ड्रग्स की कीमत 1200 करोड़ रुपए से अधिक बताई जाती है । फिलहाल पुलिस इनके नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई है। पुलिस का कहना है कि यह देश के इतिहास में सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है। बरामद ड्रग्स की खेप पहले चेन्नई से लखनऊ और वहां से दिल्ली लाई गई थी। इनसे पूछताछ के बाद नोएडा और लखनऊ से ड्रग्स बरामद किए गए।
पूछताछ में पता चला है कि पकड़ा गया तस्कर मुस्तफा काबुल और रहीम उल्लाह कंधार का रहने वाला है और दोनो मेथाफेटामाईन अफगानिस्तान से समुद्र के रास्ते ईरान मंगवाया था। ड्रग्स को ईरान से अरब सागर होते हुए साउथ इंडिया के पोर्ट लाया गया था। जहां से ड्रग्स को आगे सप्लाई के लिए ले जाया जा रहा था। जिन दो अफगानी नागरिकों को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, वे भारत में बतौर रिफ्यूजी रह रहे थे और अपना वीजा की मियाद भी लगातार बढ़वा रहे थे ।
इनमें से रहीम उल्लाह के बेटे बहिउल्लाह को क्राइम ब्रांच ने एटीएस गुजरात के साथ मिलकर पिछले दिनों वसंत कुंज इलाके से पकड़ा था। स्पेशल सेल ने इस पूरे अंतरराष्ट्रीय नार्को टेरर मॉड्यूल की जानकारी देते हुए बताया कि मुस्तफा और रहीम उल्लाह को 3 सितंबर को पकड़ा गया और पूछताछ में पता चला है कि दोनों साल 2016 से भारत में रह रहे थे। स्पेशल सेल का कहना है कि दोनों के खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया जा सकता है।