अर्चना कुमारी। विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने जनजातीय समुदाय के बीच हिंदुत्व के प्रचार प्रसार में जुटे पूज्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती को श्रद्धांजलि देते हुए उनके हत्यारों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की।
वर्ष 2008 में 23 अगस्त को लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या कर दी गई थी। किंतु उनके हत्यारों की अभी तक पहचान नहीं हुई है। परांडे ने कहा कि इस मामले में जो जांच आयोग बनाए गए, उनकी रिपोर्ट भी अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। उन्होंने ओडिशा सरकार से मांग की कि जल्द से जल्द रिपोर्ट सार्वजनिक करे। परांडे के अनुसार पूज्य लक्ष्मणानंद सरस्वती का बलिदान व्यर्थ नहीं होगा और विहिप उनके संकल्प की सिद्धि में जुटी है।
इस अवसर पर उन्होंने पूज्य पुरी शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती का पुतला दहन करने तथा उनका अपमान करने वाले कम्युनिस्ट विचार से प्रेरित हिन्दू द्रोहियों की गिरफ्तारी की मांग भी की। परांडे ने कहा कि ओडिशा में बड़े पैमाने पर ईसाई मिशनरी धर्मांतरण के षड्यंत्रों में जुटी है। उन्होंने मांग की राज्य सरकार को तत्काल इस पर रोक लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड के रास्ते पश्चिम बंगाल में होने वाली गोवंश की तस्करी पर भी तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए।