तथाकथित किसान आंदोलन और कोरोना के चलते इस बार गणतंत्र दिवस की सुरक्षा पिछली बार के मुकाबले और चाक-चौबंद की गई है ।
सुरक्षा के बहुस्तरीय इंतजाम किए गए हैं और इस काम में दिल्ली पुलिस के अलावा एनएसजी, एसपीजी तथा अर्धसैनिक बलों के जवान मौजूद होंगे । दिल्ली पुलिस का कहना है कि सभी एजेंसियां एक दूसरे के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगी।
स्वात टीमों को खासतौर से तैनात किया गया है और संदिग्धों की पहचान के लिए दिल्ली पुलिस के फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम को भी कई सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित किया जा रहा है।
चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जा रहे हैं ताकि प्रत्येक आम तथा खास पर कंट्रोल रूम से निगरानी रखी जा सके । इस बार गणतंत्र दिवस पर परेड में कई बड़े बदलाव किए गए हैं। जबकि परेड की लंबाई कम की गई है।
इस बार परेड विजय चौक से शुरू होकर नैशनल स्टेडियम तक ही जाएगी जबकि हर बार परेड राजपथ से शुरू होकर लाल किले तक जाती थी। इस बार 3.3 किमी ही लंबी होगी
जबकि पहले परेड विजय चौक से लाल किले तक जाती थी तो इसकी लंबाई 8.2 किलोमीटर होती थी । हर साल परेड देखने 1 लाख 15 हजार लोग मौजूद रहते थे वहीं इस बार 25 हजार लोग ही मौजूद रहेंगे। इस बार छोटे बच्चे हिस्सा नहीं लेंगे।
15 साल से ज्यादा उम्र के स्कूली बच्चे ही शामिल हो पाएंगे । पहली बार कोई मुख्य अतिथि विदेशी मेहमान नहीं होगा जबकि इस बार खड़े होकर परेड देखने का इंतजाम नहीं होगा।
जितनी सीटें होंगी उतने ही लोगों की इजाजत होगी। परेड में हर दस्ते में कम लोग होंगे। दस्ते की चौड़ाई कम होगी ताकि वह सोशल डिस्टेंसिंग के साथ चल सकें।
कोरेना के चलते एंट्री और एग्जिट गेट की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। कोविड बूथ भी बनाए जाएंगे जिसमें डॉक्टर और पैरा मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा। दिल्ली पुलिस का कहना है
कि राजपथ से निकलने वाली परेड को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस की तरफ से आसपास के इलाकों में किसी भी प्रकार की उड़ने वाली वस्तु पर रोक लगा दी गई है।
कोई भी 20 जनवरी से लेकर 15 फरवरी के बीच यहां पर किसी प्रकार की वस्तु का उड़ाते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस के अनुसार, कुछ असामाजिक तत्व या आतंकवादी गणतंत्र दिवस के आसपास हवाई हमला कर सकते हैं।
ऐसे इनपुट पुलिस को मिले हैं। इसके लिए वह पैराग्लाइडर, पैरामोटर, हैंड ग्लाइडर, अनमैंड एरियल व्हीकल, अनमैंड एयरक्राफ्ट सिस्टम, माइक्रोलाइट एयरक्राफ्ट, रीमोटली पायलट एयरक्राफ्ट, हॉट एयर बैलून, स्मॉल साइज एयरक्राफ्ट, पैरा जंपिंग एयरक्राफ्ट आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने इसे लेकर धारा 144 लगा दी है। इस तरह की वस्तुओं पर प्रतिबंध रहेगा। अगर कोई भी इसका उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस बीच सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए दिल्ली पुलिस आयुक्त अन्य राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ शुक्रवार को इंटर स्टेट कोऑर्डिनेशन मीटिंग की।
जिसमें दिल्ली-एनसीआर इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए व्यापक चर्चा की गई। इस मीटिंग में कई राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीटिंग में हिस्सा लिया।
बैठक में दिल्ली पुलिस आयुक्त के अलावा हरियाणा, पंजाब, हिमांचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर के पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इसके अलावा दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त, जिला पुलिस उपायुक्त, स्पेशल ब्रांच, क्राइम और सिक्योरिटी यूनिट के अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए।
पुलिस आयुक्त ने जिन अधिकारियों के साथ बैठक की उनमें सीपी फरीदाबाद, एडीजीपी मेरठ, सीपी नोएडा और सीपी गुरुग्राम के अलावा स्पेशल सीपी ट्रैफिक, स्पेशल सीपी ऑपरेशन्स एंड लाइसेंसिंग,
स्पेशल सीपी वेस्टर्न, साउथ व नॉर्थ, ज्वाइंट सीपी सिक्योरिटी एंड सिक्योरिटी (पीएम), क्राइम, इंटेलिजेंस और स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारी आदि मौजूद रहे । इस बैठक में जरूरी सूचनाओं का आदान-प्रदान करने,
संदिग्ध लोगों की निगरानी करने के साथ ही हर इलाके में किराएदारों का वैरिफिकेशन और बॉर्डर वाले इलाकों में चौकसी बेहतर करने पर चर्चा किया गया । साथ ही 26 जनवरी की ड्यूटी के लिए तैनात किए जाने वाले स्टाफ की वैरिफिकेशन करवाने जैसे कदम उठाने पर भी चर्चा हुई।
आसमान में भी खतरे को कम करने के लिए पाराग्लाइडर्स, ड्रोन्स और अन्य उड़ने वाली संदिग्ध वस्तुओं की निगरानी करने पर चर्चा की गई। इसके अलावा आतंकी गतिविधि, हथियार, शराब, ड्रग्स व अन्य अवैध चीजों की तस्करी करने वालों पर विशेष सतर्कता बरतने पर सहमति हुई।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि.गणतंत्र दिवस समारोह के लिए जाम के मद्देनजर वाहन चालकों को इंडिया गेट व राजपथ इलाके में जाने से बचने का सुझाव दिया है। ताकि उन्हें परेशानी ना हो।
यातायात पुलिस के अनुसार आम लोगों को इंडिया गेट सर्कल, राजपथ-रफी मार्ग, राजपथ- जनपथ, राजपथ-मानसिंह रोड और राजपथ-सी-हेक्सागन मार्ग पर आने से बचना चाहिए ।
पुलिस का कहना है कि मुख्य समारोह स्थल केेेेेेे आसपास के मार्गों पर यातायात बाधित हो सकती है लेकिन अन्य मार्गों पर यातायात सामान्य रहेगा।