अर्चना कुमारी। एक महिला के साथ बलात्कार के आरोप में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के दो कर्मियों को गिरफ्तार किया गया । सनसनीखेज घटना उत्तर 24 परगना बगदा में हुई। पीड़िता ने पूरी घटना की सूचना बगदा थाने में दी और पुलिस ने शिकायत मिलने पर दोनों जवानों को गिरफ्तार कर लिया जबकि घटना से पूरे इलाके के लोगो में गुस्सा देखा जा रहा है और घटना से बीएसएफ मुख्यालय भी सदमे में है।
सूत्रों के मुताबिक बीएसएफ मुख्यालय ने उत्तर 24 परगना के पुलिस अधीक्षक से घटना की रिपोर्ट मांगी है और इस घटना के उजागर होने के बाद टीएमसी और भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति शुरू हो गई है । बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों को शनिवार दोपहर जिला अदालत ने सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
बीएसएफ के पूर्वी कमान कार्यालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों आरोपी कर्मियों- सहायक उप-निरीक्षक एस.पी. चेरो और कांस्टेबल अल्ताफ हुसैन, जिन्हें शुक्रवार रात गिरफ्तार किया गया था, उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पता चला है कि 23 वर्षीय पीड़िता बगदा में अपने बच्चे के साथ सीमा पार करने की कोशिश कर रही थी, जब उसका पीछा किया गया और आरोपी बीएसएफ कर्मियों ने उसे दबोच लिया।
बाद में उसे गिरफ्तार करने और स्थानीय पुलिस को सौंपने के बजाय, दोनों आरोपी उसे पास के खेत में ले गए और उसके साथ बलात्कार किया। हालांकि आशंका है कि भारत से बांग्लादेश में घुसपैठ करने की कोशिश कर रही महिला की यह चाल भी हो सकती है, वैसे विधानसभा चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुने गए और बाद में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में जाने वाले बगदा के स्थानीय विधायक बिस्वजीत दास ने कहा कि बीएसएफ के जवानों द्वारा क्षेत्र में सीमा पर आम लोगों का उत्पीड़न करना काफी आम बात है। मुझे स्थानीय ग्रामीणों से उत्पीड़न की लगातार शिकायतें प्राप्त होती रहती हैं। मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक विस्तृत रिपोर्ट दूंगा और एक विरोध रैली का आयोजन करेंगे। इस बीच दोनों कर्मियों के खिलाफ ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ का आदेश दिया गया ।