अर्चना कुमारी। मलेक्ष सुधर नहीं सकते। इस पर विश्वास करना बेवकूफी से बड़ा कुछ नही। इस बार इसने 7 साल की एक लड़की को राजस्थान में अपना निशाना बनाया है। लड़की और उसका 5 साल का भाई राजस्थान के एक निजी स्कूल में पढ़ते हैं। उनके माता-पिता ने स्कूल वैन सेवा के माध्यम से परिवहन की व्यवस्था की थी।
ड्राइवर मोहम्मद अब्दुल मजीद दोनों बच्चों को नशीला पदार्थ सुंघाकर एक होटल में ले गया। जहां उसने लड़के को वैन में कैद कर लिया और मासूम लड़की को एक होटल के कमरे में ले गया, जहां उसने साथियों के साथ मिलकर इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया।हैरत की बात है, जब से पीड़ित परिवार ने इस घटना के बारे में स्कूल प्रशासन को सूचित किया, तब से वे कथित तौर पर प्रभावित परिवार को धमकी देकर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं।
इलाके में घटना को लेकर प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। गुस्साई भीड़ ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की है और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग किया। जबकि राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के हस्तक्षेप के बाद, आरोपी के खिलाफ राजस्थान के झोटवाड़ा पुलिस स्टेशन में POCSO अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की धारा 328, 506, 376, 376DB और 511 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस के अनुसार पीड़ित परिवार ने स्कूल संचालक और प्रिंसिपल को घटना की जानकारी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई !
राजस्थान पुलिस ने लड़की की मेडिकल जांच कराई है और भगोड़े अब्दुल मजीद को आखिरकार पकड़ लिया है। सूत्रों ने बताया पुलिस ने शुक्रवार को हुई इस घटना में स्कूल संचालक, प्रिंसिपल और वैन चालक के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया था। मामला जयपुर के झोटवाड़ा थाना क्षेत्र का है।
थाना प्रभारी किशन लाल बिश्नोई ने बताया कि पीड़ित मासूम बच्ची एक निजी विद्यालय में पढ़ती है। उसके पिता की ओर से शुक्रवार को स्कूल संचालक, प्रिंसिपल और वैन चालक के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। उन्होंने बताया कि वैन चालक अब्दुल मजीद (50) को शनिवार रात को गिरफ्तार कर मामले में पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि मामले में शामिल अन्य आरोपियों से भी पूछताछ कर जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि दर्ज शिकायत के अनुसार घटना तीन महीने पुरानी बताई जा रही है। मामले की जानकारी मिलते ही विद्याधर नगर से नवनिर्वाचित विधायक दीया कुमारी भी थाने पहुंची थी। इस बीच बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों को पीड़ित बालिका ने शरीर के अंगों पर हुए घाव दिखाए। कहा जा रहा है कि बच्ची के शरीर पर गहरे घाव हैं।
बच्ची ने कहा कि स्कूल वैन का ड्राइवर चाकू दिखाता और जान से मारने की धमकी भी देता था। इस मामले में बालिका की मेडिकल जांच भी करवाई गई। मेडिकल जांच में सामने आया कि दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपियों ने नाबालिग बालिका को नशीली दवाइयां दी और जबरदस्ती बीयर पिलाई थी। वहीं, नहीं खाने पर उसे चाकू दिखाया और जान से मारने की धमकी दी।
इसके अलावा बालिका के पिता ने शिकायत दर्ज करवाते हुए कहा कि आरोपियों ने बालिका का धर्म परिवर्तन कराया। साथ ही निकाह जैसी रस्म को लेकर बालिका को आरोपी अब्दुल मजीद ने माला पहनाई और फूल बरसाए, जिसकी फोटो खींची गई. इसके अलावा पीड़िता की न्यूड फोटो और वीडियोज भी बनाए।