१) (Ani tweet) जहांगीरपुरी दंगा में ‘सेक्यूलर संतुलन’ बनाने के लिहाज से विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं- प्रेम शर्मा व ब्रह्म प्रकाश पर FIR दर्ज किया। DCP ने यह सूचना मीडिया को दी।

२) (Ani tweet में ही संलग्न) जब सोशल मीडिया में सनातनी हिंदुओं ने शोर मचाया तो ऊपर से आदेश आया पुलिस को कि मीडिया को कहो कि विहिप का कोई व्यक्ति शामिल नहीं है।
फिर सोशल मीडिया पर ‘सनातनी हिंदुओं’ के विरुद्ध ‘सरकारी हिंदुओं’ को उतारा गया कि उनको फेक साबित करो। ‘सरकारी हिंदू’ इस अभियान में जुट गये।
३)आप यह FIR देखिए। FIR में विहिप के नेताओं का नाम- प्रेम शर्मा व ब्रह्म प्रकाश- शामिल है। यह सबूत है कि विहिप के नेताओं पर कार्रवाई की गई है और ‘सरकारी हिंदू’ झूठ बोल कर आपको गुमराह कर रहे थे।

आज आपके सामने FIR के रूप में वह सबूत सामने आ चुका है कि ‘सरकारी हिंदू’ ऊपर के आदेश पर आपको हमेशा गुमराह करने का एजेंडा चलाते हैं और इनके ‘भेड़ समर्थक’ बिना सच जाने इनके एजेंडे को अंधा बनकर फैलाते रहते हैं।
४) गृहमंत्रालय के अधीन वाली दिल्ली पुलिस ने विहिप के नेताओं पर कार्रवाई के लिए यह झूठ बोला कि उन्होंने शोभा यात्रा के लिए अनुमति नहीं ली थी।
आप देखिए। यह वह आवेदन है जिसमें विहिप ने शोभायात्रा के लिए पुलिस से अनुमति मांगी और पुलिस ने अनुमति प्रदान की हुई है।



५) विहिप छोड़िए, भाजपा के कार्यकर्ताओं को दिल्ली पुलिस टॉर्चर कर रही है। देखिए।

क्या ‘न्यूयार्क टाइम्स’ और ndtv जैसे मीडिया के हेडलाइन को मैनेज करने के लिए जबरदस्ती हिंदुओं, और खासकर विहिप व भाजपा कार्यकर्ताओं को ही बली का बकरा बनाया जा रहा है?
६) आखिरी बात दिल्ली पुलिस के कमिश्नर राकेश अस्थाना मोदी-शाह के बेहद करीबी हैं, और इन्हें विशेष व्यवस्था कर यहां लाया गया है। तो क्या हिंदुओं पर कार्रवाई के लिए अस्थाना लाए गये हैं?

क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता अश्विनी उपाध्याय को गिरफ्तार भी इन्हीं के कार्यकाल में किया गया था, और आज जहांगीरपुरी दंगे में मजहबी दंगाइयों के पकड़े जाने पर संतुलन साधने के तहत भाजपा, विहिप, बजरंग दल व स्थानीय हिंदुओं को टारगेट भी इन्हीं के कार्यकाल में किया जा रहा है! दिल्ली कमिश्नर बनने के उपरांत अन्य कोई बड़ी उपलब्धि अभी तक इनके नाम दर्ज नहीं है।

चलिए आप आम हिंदुओं की लड़ाई मत लड़िए। लेकिन भाजपा, विहिप, बजरंगदल हजारों हिंदू कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से बना है, यह तो मानते हैं? क्या गुजरात में विहिप और बजरंग दल का जो हश्र हुआ, वही हश्र आप पूरे देश में इनका देखना चाहते हैं?
हिंदुओं की लड़ाकू प्रवृत्ति और लड़ाकू संगठनों को ‘सेक्यूलरिज्म’ और अपनी अंतराष्ट्रीय छवि के लिए नष्ट किया जा रहा है। आप इसको जितना जल्दी मानेंगे, उतनी जल्दी कम-बैक करेंगे, अन्यथा ‘मास्टरस्ट्रोक’ मारते रहिए और जब-तब मरते रहिए! किसको फर्क पड़ता है?