अर्चना कुमारी । श्रद्धा हत्याकांड की तरह ही पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर में एक महिला द्वारा बेटे के साथ मिलकर अपने पति की कथित तौर पर हत्या कर शव के 10 टुकड़े कर दिए और अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया। मामला खुलासा होने के बाद आरोपी महिला तथा उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया । पुलिस ने बताया कि अंजन दास (45) की उसकी पत्नी पूनम और सौतेले बेटे दीपक (25) ने 30 मई को हत्या की और शव के 10 टुकड़े किए गए तथा उन्हें एक फ्रिज में रखा।
बताया जाता है कि इसके बाद पांच जून को उसके शव के टुकड़े पूर्वी दिल्ली के कल्याणपुरी में रामलीला मैदान में एक बैग के अंदर मिले थे। जांच करवाई के दौरान अगले कुछ दिनों में उसके पैर, जांघ, खोपड़ी और एक हाथ मिला, जिसके बाद पांडव नगर पुलिस थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत छिपाने तथा झूठी सूचना देने) के तहत एक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस को छानबीन में पता चला कि मृतक की बिहार में एक पत्नी तथा आठ बेटे हैं लेकिन उसने यह बात पूनम से छिपायी थी।
अब मामले के खुलासे के बाद अंजन दास के परिजन के डीएनए नमूने एकत्रित करने के लिए एक दल को भेजा जाएगा ताकि यह पता लगाया जाए कि शव के जो टुकड़े मिले हैं, वे अंजन दास के है या नहीं। पुलिस के मुताबिक, मां-बेटे ने पूछताछ के दौरान बताया कि उन्हें शक था कि मृतक अंजन दास की उसकी सौतेली बेटी तथा सौतेले बेटे की पत्नी पर बुरी नजर थी। इसके बाद मां और बेटे ने मिलकर उसकी हत्या कर दी बाद में हत्यारोपी पूनम और उसके बेटे दीपक ने एक-एक करके पूर्वी दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर शव के टुकड़ों को तीन-चार दिनों में ठिकाने लगाया और खोपड़ी दफन कर दी।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अंजन दास को नशे की दवा घोलकर पिलायी थी और बेहोश होने के बाद उन्होंने उसकी हत्या के लिए एक चाकू और खंजर का इस्तेमाल किया। इसके बाद उन्होंने उसका गला काट दिया और शव के टुकड़े-टुकड़े करने से पहले खून पूरी तरह बह जाने का इंतजार किया। दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच का दावा है कि जून में शरीर के टुकड़े मिलने के बाद पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और घर-घर जाकर पूछताछ की।
बाद में शव की शिनाख्त अंजन दास के तौर पर हुई जिसके बाद पुलिस ने पूनम और दीपक को पकड़ा। पुलिस को दोनों पर इसलिए शक हुआ क्योंकि उन्होंने दास की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं करायी और पूछताछ करने पर उनके बयानों में विसंगतियां मिली पुलिस को जांच के दौरान दोनों ने गुमराह किया हालांकि सख्ती बरतने पर उन्होंने मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस के मुताबिक, इसके बाद उन्होंने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस ने बताया कि पूनम का 14 साल की उम्र में सुखदेव तिवारी से विवाह हुआ था जिसने बाद में उसे छोड़ दिया और दिल्ली आ गया। वह भी अपने पति की तलाश में दिल्ली आ गयी और यहां उसकी मुलाकात कल्लू से हुई, जिसके साथ वह लिव-इन में रहने लगी। पुलिस के अनुसार, इसके बाद पूनम अंजन दास से मिली और उसे पसंद करने लगी। 2016 में कल्लू की बीमारी के कारण मौत हो गयी और पूनम ने 2017 में दास से शादी कर ली। जब उसने दास से शादी की तो उसे यह पता नहीं था कि उसका बिहार में परिवार है।
उन्होंने बताया कि लिफ्ट ऑपरेटर के तौर पर काम करने वाले दास ने पहले पूनम के गहने बेच दिए थे और उससे मिला पैसा बिहार में अपने परिवार के पास भेज दिया था। पुलिस के मुताबिक, अंजन दास से परेशान होकर मां और बेटे ने मार्च-अप्रैल के आसपास हत्या की साजिश रची। शव के टुकड़े रखने के लिए इस्तेमाल किए गए फ्रिज को जब्त कर लिया गया है। यह मामला राष्ट्रीय राजधानी में 26 वर्षीय वालकर की हत्या से मिलता-जुलता है।