अर्चना कुमारी । लिव-इन-पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला द्वारा युवती का शव काटने के लिए कथित तौर पर इस्तेमाल किया गया हथियार बरामद कर लिया गया है। सूत्रों ने बताया है कि दिल्ली पुलिस ने 27 वर्षीय वालकर की वह अंगूठी भी बरामद कर ली है, जिसे पूनावाला ने कथित रूप से दूसरी महिला को दे दिया था।
पुलिस सूत्रों का दावा है कि पूनावाला के पॉलीग्राफ टेस्ट (लाई डिटेक्टर जांच) का बचा हुआ सत्र रोहिणी स्थित फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) में चलाया गया। सोमवार अफताब पूनावाला सुबह 9:50 बजे प्रयोगशाला पहुंचा और जांच सत्र पूर्वाह्न करीब 11 बजे शुरू हुआ। एफएसएल, रोहिणी में अपराध दृश्य प्रबंधन विभाग के प्रमुख संजीव गुप्ता ने कहा, जब आखिरी सत्र हुआ था तो स्वास्थ्य से जुड़ा कोई मसला आ गया था ,जिससे कुछ सत्र संतोषजनक नहीं थे।
हमारी लैब अब आगे नारको टेस्ट के लिए भी बिल्कुल तैयार है। उन्होंने कहा, जांच के दौरान आफताब सहयोग कर रहा है या नहीं, यह हम जांच एजेंसी को बताएंगे क्योंकि यह गोपनीय मामला है। पूनावाला की जांच के तीन सत्र हो चुके हैं और आखिरी सत्र शुक्रवार को तीन घंटे तक चला था। इस जांच को लाई डिटेक्टर के नाम से भी जाना जाता है। इस बीच जिस दिन में आरोपी को रखा गया है वहां के तिहाड़ जेल के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) धीरज माथुर ने कहा कि पूनावाला तिहाड़ जेल संख्या चार में है।
जब वह आया तो उसकी स्वास्थ्य जांच की गयी तथा कोई दिक्कत नहीं थी। उसे अलग कोठरी में रखा गया है और उसकी 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी की जा रही है। माथुर ने कहा, जेल अधीक्षक को अदालत से एक आदेश मिला कि पूनावाला को 28, 29 नवंबर तथा पांच दिसंबर को एफएसएल रोहिणी के निदेशक के समक्ष पेश किया जाए।
दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन एफएसएल निदेशक के समक्ष उसे पेश करेगी। इसके बाद अनुमान है कि अभी उसे 2 दिन और फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री ले जाया जाएगा गौरतलब है कि आफताब आमीन पूनावाला ने दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित मकान में वालकर की कथित रूप से गला दबा कर हत्या कर दी और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काटने के बाद 300 लीटर के फ्रिज में करीब तीन सप्ताह तक रखा, और फिर उन टुकड़ों को कई दिनों में शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका।
पुलिस ने पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया, जिसके बाद उसे पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया। पुलिस हिरासत को 17 नवंबर को पांच दिनों के लिए बढ़ा दिया गया । अदालत ने 22 नवंबर को फिर से पूनावाला को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा और उसके बाद 26 नवंबर को उसे 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया और जेल से ही उसका टेस्ट चल रहा है।