क्रिकेटर युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह ने किसान आंदोलन के दौरान अपने भाषण में हिंदुओं और महिलाओं को लेकर ऐसी टिप्पणी की है, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी की मांग की जाने लगी है। उनके भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और उनकी गिरफ्तार किए जाने की मांग लगातार की जा रही है।
करोड़ों के महल में रहने वाला यह तथाकथित किसान योगराज सिंह का जो भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, उसमें वो पंजाबी में भाषण देते हुए दिखाई दे रहे हैं। भाषण के दौरान वह हिंदुओं के लिए ‘गद्दार’ शब्द का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं जबकि वह कहते हैं कि, ‘ये हिंदू गद्दार हैं, सौ साल मुगलों की गुलामी की’। इतना ही नहीं, उन्होंने महिलाओं को लेकर भी विवादास्पद बयान दिया है। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने योगराज सिंह के बयान को निंदा करते हुए इसे भड़काऊ, अपमानजनक और घृणास्पद करार दिया है।
योगराज सिंह के भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया,जिसके बाद कुछ लोगों ने उन्हें गिरफ्तार करने तक की मांग की। ट्विटर पर तो ‘Arrest Yograj Singh’ ट्रेंड होने लगा। इस तरह की विवादास्पद बयान देकर टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह एक बार फिर अपने बड़बोलेपन के कारण विवादों में फंस गए हैं।
किसान आंदोलन में शिरकत करते हुए उन्होंने हिंदुओं पर जो आपत्तिजनक टिप्पणी की हैै उसकी चौतरफा निंदा की जा रही है। सनद रहे कि योगराज पहले भी कई बार अपने बयानों को लेकर विवाद में घिर चुके हैं और कुछ वक्त पहले ही योगराज सिंह ने पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भी एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी पर तब अपना गुस्सा निकाला था
जब उनके बेटे युवराज सिंह को टीम इंडिया में जगह नहीं मिल सकी थी। वैसे भी टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है और वह अपने आपत्तिजनक बयानों की वजह से अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। जब तक उनके बयानों का दायरा भारतीय क्रिकेट, युवराज सिंह, एमएस धोनी और क्रिकेट बोर्ड तक सीमित रहा तब तक किसी को कोई खास दिक्कत महसूस नहीं हुई लेकिन उन्होंने इस बार अपना हद पार कर दिया है। यह क्रिकेटर पिता खुद को कानून से ऊपर समझता है,
इस वजह से उसने नए कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में भाग लेने पहुंचे तो उन्होंने सारी हदें पार कर दी। उनका आपत्तिजनक बयान देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है। कहा तो यह भी जा रहा है कि योगराज सिंह भी टुकड़े-टुकड़े गैंग का सदस्य है और शाहीन बाग के पुराने खिलाड़ियों के साथ मिलकर वह अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और दिलजीत दोसांझ जैसेेे खालिस्तान समर्थकों के कहने पर किसान आंदोलन मेंं आया था।
इसमें ना तो योगराज सिंह, ना ज्ञानी हरप्रीत सिंह और ना ही दिलजीत दोसांझ किसान है, लेकिन इन लोगों को मोटी फंडिंग की गई है ,जिसके चलते वह किसान आंदोलन में शिरकत कर रहे हैं। ऐसे में लोग अरेस्ट योगराज सिंह हैशटैग के साथ उन्हें गिरफ्तार करने की मांग गृह मंत्री अमितशाह से कर रहे हैं। इस बार योगराज सिंह ने जो गलत कारणों से फिर से सुर्खियां बटोरने का रास्ता खोजा है, इसके चलते उसकी जमकर किरकिरी हो रही है।
जानकार बताते हैं कि योगराज सिंह इस बार किसान कानूनों को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच उन्होंने किसानों के बीच जाकर एक आपत्तिजनक भाषण देकर खुद को मुसीबतों में डाला है और उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। पुलिस सूत्रों की माने तो योगराज सिंह आपत्तिजनक भाषण 28 नवंबर को दिया था जबकि वह किसानों को समर्थन देने सिंधु बॉर्डर आए थे।
पंजाबी फिल्मों के अभिनेता योगराज सिंह किसान आंदोलन में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। #ArrestYograjSingh ने सोशल मीडिया पर ट्रेंड शुरू कर दिया और ट्विटर पर उनकी गिरफ्तारी की मांग पर 40 हजार ट्वीट हो चुके हैं। आपको ज्ञात होना चाहिए योगराज सिंह भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी-अभिनेता हैं।
उसका जन्म लुधियाना (पंजाब) में हुआ था। जबकि योगराज सिंह की पहली शादी शबनम कौर से हुई । जिनसे उन्हें दो बेटे हैं-युवराज सिंह और जोरावर सिंह। शबनम कौर से तलाक लेने के बाद उनकी शादी सतवीर कौर से हुई। जिनसे उन्हें एक बेटा- विक्टर योगराज सिंह और बेटी अमरजोत कौर है। यह व्यक्ति भारत के एक पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी है और उसने एक टेस्ट मैच और छ वनडे मैच खेलें हैं।
योगराज सिंह चोट लगने के कारण क्रिकेट को अलविदा किया और पंजाबी फिल्मों में काम करने लगा ।पंजाबी अभिनेता होने के कारण योगराज ने जट्ट दी जमीन, जट्ट का वैर, जट्ट पंजाब दा आदि फिल्में की दी, जिन्हें पंजाब के लोगों द्वारा बहुत ही ज्यादा प्यार दिया गया। उनके डायलोग को आज भी लोग बोलकर मनोरंजन के साथ-साथ उन्हें याद करते हैं। लेकिन उसने हिंदुओं के बारे में जो टिप्पणी की है उसकी लोग आलोचना कर रहे हैं ।