अर्चना कुमारी। मणिपुर अबतक शांत न हुआ और एक बार फिर हिंसा हुई। इस बार मणिपुर के तेंगनौपाल जिले में सोमवार को उग्रवादियों के दो समूहों के बीच हुई गोलीबारी में कम से कम 13 लोग मारे गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह घटना सोमवार दोपहर लीथू गांव में हुई।
मरने वाले की संख्या अधिक भी ही सकती है। इस बार तेंगनौपाल जिले के म्यांमा जा रहे उग्रवादियों के एक समूह पर इलाके में दबदबा रखने वाले उग्रवादियों के एक अन्य समूह ने घात लगाकर हमला किया। अधिकारियों के अनुसार, मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों को अब तक 13 शव मिले हैं। मारे गए लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि वे स्थानीय नहीं थे।
इनके पास से हथियार नहीं मिला। सभी के हथियार लूटे गए या इनके पास हथियार नहीं था। इसकी जांच हो रही है। ज्ञात हो तेंगनौपाल जिले की सीमा वर्मा से लगती है। सनद हो रविवार को ही यहां इंटरनेट सेवा बहाल की गई थी और यह बड़ी हिंसा हुई। इससे पहले मणिपुर में सक्रिय उग्रवादी समूह यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) ने पिछले बुधवार को सरकार के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। सनद रहे मताई हिंदू को कोर्ट द्वारा आरक्षण दिया गया था।
जिसके बाद नागा और कुकी ईसाई इसका विरोध करते हुए तीनो आपस में हिंसा कर रहे है। दुखद यह है की हिंसा रोकने में राज्य व केंद्र बुरी तरह विफल साबित हो रही है।