Archana Kumari. किसान आंदोलन को धारदार बनाने के लिए पंजाब के फरीदकोट यूथ डिस्ट्रिक कांग्रेस अध्यक्ष गुरलाल भलवान की हत्या की साजिश सिंधु बॉर्डर या जंतर-मंतर पर रची गई थी ।
दिल्ली पुलिस इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान गुरविंदर पाल उर्फ गोरा (32), सुखविंदर उर्फ सन्नी ढिल्लो (23) व सौरभ वर्मा (21) के तौर पर हुई। पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी फरीदकोट पंजाब निवासी हैं।
जबकि जांच में खुलासा हुआ है कि यह वारदात हत्या का बदला लेने के इरादे से की गई, जिसकी साजिश कनाडा से रची गई। दिल्ली पुलिस का कहना है कि कांग्रेस नेता गुरलाल भलवान की हत्या सिंघू बार्डर या जंतर मंतर पर करने की थी, ताकि आंदोलन कर रहे किसानों के मामले को गर्माया जा सके।
केंद्र सरकार तथा दिल्ली पुलिस पर इसका आरोप लगाया जा सके लेकिन पुलिस के भारी सुरक्षा इंतजामों की वजह से हत्यारोपी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके।
गौरतलब हो कि 18 फरवरी को फरीदकोट के जुबली चौक के पास डिस्ट्रिक यूथ कांग्रेस और जिला परिषद सदस्य गुरलाल भलवान की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस घटना को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने दुख जताया था जबकि गुरलाल भलवान उभरते हुए कांग्रेस के युवा नेता थे। इस वारदात में शामिल आरोपियों के बारे में स्पेशल सेल की टीम को पता चला , जिसके बाद इन तीनों को सराये काले खां से पकड़ा गया।
आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया गुरलाल भलवान की हत्या की साजिश कनाडा में मौजूद गोल्डी बरार ने रची थी। जांच में खुलासा हुआ है कि गोल्डी बरार पंजाब का पुराना अपराधी है, तो वर्तमान में कनाडा में खालिस्तानी नेताओं के संपर्क में है।
यह साजिश गोल्डी ने एक ओर गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई जो अजमेर की हाई सिक्यूरटी जेल में बंद है, उसके साथ मिलकर रची थी। पुलिस का कहना है कि गोल्डी बरार के चचेरे भाई गुरलाल बरार की पिछले साल गैंगवार में हत्या कर दी गई थी।
गोल्डी- लारेंस विश्नाेई गैंग की पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में अन्य गैंग के साथ विवाद चल रहा है। जिस कारण से गुरलाल बरार की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या का बदला लेने की तैयारी पिछले काफी वक्त से चल रही थी।
इस बीच 5 फरवरी को फेसबुक पर गुरलाल भलवान ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उसने किसानों के समर्थंन में आने के लिए सिंघू बार्डर और जंतर मंतर आने की बात कही थी।
बाद में गुरलाल भलवान के फरीदकोट से सिंघू बार्डर और जंतर मंतर पहुंचने तक हमलावरों ने उनका न केवल पीछा किया बल्कि रेकी पर उसकी वीडियो भी बनायी। हमलावरों को निर्देश दिए गए थे कि गुरलाल भलवान की हत्या नौ फरवरी को सिंघू बार्डर पर ही की जाए।
लेकिन वहां पुलिस के भारी सुरक्षा इंतजामों के कारण हमलावर अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके। दिल्ली से वापस पंजाब लौटने के बाद हमलावरों ने रेकी की और वारदात को अंजाम दिया।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में दिल्ली पुलिस ने पंजाब पुलिस को सूचना दे दी है।वारदात के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अरमिंदर सिंह ने ट्वीट कर खुद व्यक्त किया था और पुलिस को निर्देश दिया था कि इस मामले में जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।
इस बीच स्पेशल सेल ने शनिवार-रविवार की देर रात हत्या में शामिल तीन आरोपियों को सराय कालें खा से गिरफ्तार किया है, जब आरोपी दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश जाने के फिराक में थे।
गुरलाल भलवान जिला यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष और जिला परिषद सदस्य थे। फिलहाल वे दो शार्प-शूटर फरार चल रहे हैं, जिन्होंने नेता को गोलियां से भूना था।
पूछताछ में पता चला है कि गोल्डी बरार का भाई चचेरा भाई गुरलाल बरार की हत्या बीती साल गैंगवार में हुई थी। इस हत्या का बदला लेने के लिए गुरलाल भलवान की हत्या की गई