अभिनेत्री स्वरा भास्कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नफरत करती है। उसके तरह कुछ और तथाकथित लोग हैं जो इस मुहिम में शामिल हैं। ऐसे लोग बेवजह विरोध का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहते लेकिन ऐसे लोगों की मुश्किलें अब बढ़ने वाली है । दरअसल गाजियाबाद में एक बुजुर्ग के साथ कथित तौर पर हुई मारपीट वाले वीडियो को शेयर करना अभिनेत्री स्वरा भास्कर तथा कुछ अन्य लोगों को मुश्किल में डाल सकता है क्योंकि दिल्ली पुलिस उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है ।
नई दिल्ली जिले के तिलक मार्ग थाने में अभिनेत्री स्वरा भास्कर एवं ट्विटर के एमडी मनीष माहेश्वरी तथा अन्य के खिलाफ इस बारे में शिकायत दी गई है। इस बारे में पुलिस का कहना है कि शिकायत में लगाये गए आरोप को लेकर छानबीन की जा रही है। जबकि शिकायत को लेकर छानबीन करने के बाद कानूनी तौर पर यह तय किया जाएगा कि प्राथमिकी बनती है या नहीं।
पुलिस का कहना है कि इन लोगों के बारे में शिकायत वकील अमित आचार्य ने दर्ज कराई है। उन्होंने स्वरा भास्कर के अलावा मोहम्मद आसिफ खान, आरफा खानुम शेरवानी और ट्विटर के एमडी मनीष माहेश्वरी को इसमें आरोपी बताया है। वकील ने अपने शिकायत में कहा गया है कि एक बुजुर्ग की पिटाई और उनकी दाढ़ी काटने का वीडियो वायरल हुआ था और इसमें बताया गया कि उन पर हमला करने वाले दूसरे धर्म के लोग थे, इस मौके पर नारेबाजी भी की गई थी जबकि दूसरे धर्म के लोगों का इस से कुछ भी लेना देना नहीं था। ऐसा जांच के बाद साबित हो चुका है।
उन्होंने शिकायत में कहा गया कि यह ट्वीट मोहम्मद आसिफ खान एवं आरफा खानुम शेरवानी की तरफ से 14 जून को किया गया था और वहीं स्वरा भास्कर ने 15 जून इसे ट्वीट किया और लोगों के बीच झूठ फैलाया। इतना ही नहीं लेकिन इसके बावजूद इन ट्वीट को नहीं हटाया गया जबकि ट्विटर की तरफ से इस ट्वीट को मैनिपुलेटेड भी नहीं करार दिया गया, इस वजह से आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पूरे प्रकरण की जांच किया जाना चाहिए।
यह वही ट्विटर है जो संबित पात्रा के ट्वीट को लेकर मैनिपुलेटेड करार दिया था और दिल्ली पुलिस को कोई भी तथ्य पेश नहीं किया। दिल्ली पुलिस ने जब ट्विटर के कार्यालय पर सम्मन देने गई तब उसे घिनौना करार दिया गया और कहा गया कि दिल्ली पुलिस निष्पक्ष जांच नहीं कर रही है। ऐसे में पुलिस की सफाई भी पेश हुुई थी और पुलिस ने ट्विटर पर जांच में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था।
फिलहाल इस नए प्रकरण में पटियाला हाउस अदालत के वकील अमित आचार्य द्वारा दी गई शिकायत में कहा गया है कि एक बुजुर्ग अब्दुल समद की पिटाई और उनकी दाढ़ी काटने का वीडियो जानबूझकर वायरल किया गया । इसमें बताया गया कि उन पर हमला करने वाले दूसरे धर्म के लोग थे और पीड़ित को जय श्री राम एवं वंदे मातरम जबरन बुलवाया गया जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ था। उनका कहना है कि स्वरा भास्कर तथा अन्य लोग लोगों के लाखों फॉलोअर हैं और उसका गलत असर उन पर पड़ता है जबकि बिना जांच किए उन्होंने इस तरह का ट्वीट किया है और इसके बाद हजारों लोगों ने इस ट्वीट को लाइक और रिट्वीट किया।
इसलिए ट्वीट के माधयम से फर्जी जानकारी फैलाने के चलते इनके खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 153/153a/295a/ 505/120b और 34 के तहत प्राथमिकी दर्ज किया जाना चाहिए जिस पर पुलिस गंभीरता से विचार कर रही है।