अर्चना कुमारी। आपको अजय देवगन की फिल्म दृश्यम याद होगी । इस फिल्म में किस तरह अजय देवगन अपने विरोधी को फसाने के लिए चाल चलता है । ठीक ऐसे दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में दृश्यम फिल्म देखकर अमरपाल नामक एक शख्स ने अपने पड़ोसी को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवा ली। फर्जी तरीके के वारदात में उसने अपने भाई, कजिन व उसके साले को शामिल किया।
लेकिन पुलिस की जांच में इस पूरे मामले का खुलासा हो गया । जिसके बाद पुलिस ने आरोपी के कजिन को गिरफ्तार कर लिया। इसकी पहचान अनिल के रूप में हुई है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल अमरपाल का भाई गुड्डू और अनिल का साला मनीष फरार है। पुलिस को ज्ञात हुआ है कि अमरपाल अपने एक पड़ोसी की मां की हत्या के आरोप में जेल में बंद था।
साल 2019 में झगड़े के बाद अमरपाल व उसके परिजनों ने पड़ोसी महिला की हत्या कर दी थी। इस मामले में अमरपाल की मां समेत कुल लोग जेल में बंद थे। जांच में पाया गया है कि एक माह पूर्व ही जेल से बाहर आने के बाद उसने पड़ोसी को फंसाने की योजना बनाई । इस बारे में उसने 29 जून को सिविल लाइंस थाने में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था, जो फर्जी पाया गया।
उस समय अमरपाल ने बताया कि वह मजनू का टीला इलाके में रात को टहल रहा था। इसी दौरान पड़ोसी ओमबीर और उसके लड़कों ने उसे गोली मारकर हत्या का प्रयास किया। पुलिस को अमरपाल पर शक हुआ। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि अमरपाल हत्या के मामले में हाल में ही पैरोल पर जेल से बाहर आया है।
अमरपाल, उसकी मां व तीन अन्य लोगों पर पड़ोसी ओमबीर की मां की तलवार से वारकर हत्या का आरोप है। इसी कड़ी में जांच करते हुए पुलिस ने टेक्नीकल सर्विलांस की मदद से अमरपाल के कजिन अनिल को पकड़ लिया। उसने पूछताछ में बताया अमरपाल गवाहों को तोड़ने और परिवार को जेल से निकालने के लिए ही जेल से पैरोल पर आया था।
उसने दृश्यम फिल्म देखकर ओमवीर के परिवार को फंसाने की योजना बनाई। इसमें उसने अपने भाई गुड्डू, कजिन अनिल व अनिल के साले मनीष को शामिल किया। एक दिन उसने खुद को गोली मारने की कहानी गढ़ी और इसकी जानकारी पुलिस को दे दी थी । अमरपाल अभी भी अस्पताल में भर्ती है। पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है।