जनरल रावत की मौत का बदला (भाग-8)
हिंदू – समाज जा रहा जिधर है , उधर मौत की खाई है ;
क्योंकि नेता अब्बासी – हिंदू , जेहादी का भाई है ।
हिंदू की आंखों में पट्टी , अज्ञान ,स्वार्थ ,भय ,भ्रष्टाचार की ;
गलत-मार्ग चुन रहे हैं हिंदू , भरमार जहाॅं है अनाचार की ।
अनाचार में लिप्त है नेता , दुराचार का आदी है ;
भ्रष्टाचार में आकंठ है डूबा , पर कहता हिंदू-वादी है ।
सफेद-झूठा ये सबसे बड़ा है , सबसे बड़ा ये हिंदू-द्रोही ;
देश को लूटे और लुटाये , अंतिम-सीमा तक देश का द्रोही ।
सेना को कमजोर बनाया , अग्निवीर की योजना लाया ;
विश्व की थी सर्वोत्तम सेना , कितना नीचे उसे गिराया ?
जनरल रावत ने जीते जी , देश की हानि न होने दी ;
अब्बासी-हिंदू ने इसी वजह से , वो दुर्घटना होने दी ।
सत्ता-परिवर्तन हमको करना , सच का पता लगाना है ;
जनरल रावत की मौत का बदला , हर देशभक्त को लेना है ।
मजाक बना रखा दुश्मन ने , तरह-तरह अपमान कर रहा ;
मंदिर तोड़ करे गलियारा , तीर्थ-स्थल बर्बाद कर रहा ।
राम-मंदिर तक भ्रष्ट कर दिया,बाकी मंदिर की बात ही छोड़ो ;
पावनता सबकी मिटा रहा है , हिंदू ! अब तो निद्रा तोड़ो ।
कितने पत्थर पड़े बुद्धि पर ? जो अब तक समझ नहीं आया ;
सबसे बड़ा जो दुश्मन तेरा , उसको हृदय-सम्राट बनाया ।
इतनी ठोकर पड़ने वाली हैं , कभी संभल न पायेगा ;
महामूर्ख का हाल जो होता , वो ही तेरा हो जायेगा ।
अब तो पहचानो अब्बासी-हिंदू को,जो धर्म नष्ट करने वाला है;
भारत की धरती लाल करेगा , ये गजवायेहिंद लाने वाला है ।
बड़ी रुकावट बची न कोई , सेना व पुलिस कमजोर हो चुकी ;
तृप्तीकरण बढ़ाया इतना,कानून की खटिया खड़ी हो चुकी ।
हिंदू ! तू खाई में गिरने वाला , बस कगार में लटका है ;
अब भी धर्म में वापस आ जा , तब ही तू बच सकता है ।
सच्चे-धर्म में वापस आओ , अब्बासी-हिंदू के मारो लात ;
धर्म – सनातन सर्वश्रेष्ठ है , इसी से हिंदू ! बनेगी बात ।
जब सही-मार्ग आयेगा हिंदू ! लक्ष्य उसे मिल जायेगा ;
चरित्रवान दल को सत्ता दो , तभी सुशासन आयेगा ।
धर्म-निष्ठ है – सत्य-निष्ठ है , “एकम् सनातन भारत” दल ;
सारे हिंदू ! सहयोग करें तो, मिलेगा “राम-राज्य” का बल ।