आईएसडी नेटवर्क। महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने क्रूज़ ड्रग्स केस की जाँच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डाइरेक्टर समीर वानखेड़े पर फिल्म कलाकारों से रंगदारी करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है। समीर वानखेड़े गुरुवार शाम खुद पर लगे आरोपों का जवाब देने के लिए मीडिया के सम्मुख उपस्थित हुए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक ने गुरुवार को ये कहकर हड़कंप मचा दिया कि एनसीबी के जोनल डाइरेक्टर समीर वानखेड़े ने ड्रग्स के नाम पर फिल्म कलाकारों से वसूली की है। उन्होंने कहा कि इस अवैध वसूली के लिए समीर वानखेड़े और उनकी बहन मालदीव और दुबई गए थे। मलिक ने कहा कि वे इसके फोटो सोशल मीडिया पर जल्द ही वायरल करेंगे।
मलिक ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि सुशांत सिंह राजपूत प्रकरण के बाद एनसीबी ने फ़िल्मी कलाकारों को निशाना बनाना शुरु कर दिया था। मलिक ने आरोप लगाया कि सिर्फ मोबाइल चैट के आधार पर एनसीबी ने ये फर्जी मामला खड़ा किया है। मलिक ने अत्यंत गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना के समय फ़िल्मी कलाकारों से रंगदारी वसूलने के लिए वानखेड़े और उनकी बहन यास्मीन दुबई और मालदीव गए थे, जहाँ कलाकारों से वसूली की गई थी।
प्रेस वार्ता में मलिक ने कहा कि वानखेड़े के रंगदारी वसूली रैकेट में कुख्यात बदमाश और एक राजनीतिक दल के लोग भी शामिल हैं। मलिक के इन आरोपों का वानखेड़े और उनकी बहन ने ज़ोरदार प्रतिकार किया है। गुरुवार को ही समीर वानखेड़े पत्रकारों से बात करते हुए फट पड़े। उन्होंने कहा ये आरोप निराधार हैं। उन्होंने कहा कि मैं मालदीव अपने परिवार के साथ गया था और मेरी यात्रा की मेरे विभाग और सरकार को पूरी जानकारी थी। उन्होंने कहा कि मैं कभी दुबई नहीं गया।
मैं उस समय मुंबई में ही था। वानखेड़े ने कहा कि इस मामले की जाँच कराई जाए तो सच सामने आ जाएगा। ज़ोनल डाइरेक्टर की बहन यास्मीन भी इन आरोपों के बाद मीडिया के सामने आईं और अपनी बात कही। यास्मीन ने कहा कि उनके भाई एक ईमानदार अधिकारी हैं।
उन्होंने कहा कि वे अपने भाई के साथ मालदीव गईं थीं और ये उनकी प्राइवेसी का मामला है। यास्मीन ने कहा कि नवाब मलिक को किसी की निजता के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने मलिक द्वारा उन्हें लेडी डॉन कहने पर कड़ी आपत्ति ली और कहा कि एक महिला को इस तरह का संबोधन देना कहाँ तक उचित है।
ऐसा बताया जा रहा है कि समीर वानखेड़े और नवाब मलिक के बीच चल रही अदावत का कारण मलिक के दामाद समीर खान है। समीर खान को 13 जनवरी को पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद आठ माह से अधिक समय समीर जेल में ही रहा। इस बीच कई बार उसकी ज़मानत के प्रयास किये गए थे। इस माह सबूत में कमी के आधार पर समीर को ज़मानत मिल गई थी।
ज़मानत मिलते ही नवाब मलिक ने मीडिया के माध्यम से एनसीबी और समीर वानखेड़े पर हमला करना शुरु कर दिया था। समीर को ज़मानत मिलने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने हाईकोर्ट में ज़मानत ख़ारिज करने की अपील की है। सूत्रों के अनुसार नवाब मलिक के आरोपों के बाद एनसीबी उन पर क़ानूनी कार्रवाई करने का मन बना चुकी है।