अर्चना कुमारी पहला संतान यदि लड़का हुआ तो दूसरा संतान अधिकतर हिंदू पैदा नहीं करना चाहते। मुस्लिमो में ऐसा नहीं है, अल्लाह की मर्जी बताकर वो अपनी संख्या लगातार बढ़ा रहे।
यह सच्चाई है आजादी के बाद हिंदू आबादी 7.82% तक घटी है, वहीं मुस्लिम समेत अल्पसंख्यक की आबादी बढ़ गई है, जिसमें मुस्लिम ईसाई और बौद्ध शामिल हैं।
इस तरह पीएम के आर्थिक सलाहकार परिषद के सर्वे में इसका खुलासा हुआ।रिपोर्ट में सर्वे के मुताबिक, 1950 में मुस्लिम आबादी 9.84% थी, जो 2015 में बढ़कर 14.09% हो गई है। वहीं इस दौरान हिंदुओं की आबादी 84.68% से घटकर 78.06% हो गई है।
म्यांमार के बाद भारत में ही सबसे ज्यादा हिंदू आबादी कम हुई है। म्यांमार में भी हिंदुओं की आबादी 10% तक घटी है। यह 167 देशों में किए गए सर्वे में सबसे ज्यादा है। इसी तरह इन 6 दशकों में ईसाइयों की तादाद 2.24% से बढ़कर 2.36% हो गई है। सिख आबादी की हिस्सेदारी 1.24% से बढ़कर 1.85% हो गई है, जबकि बौद्ध आबादी में 0.05% से 0.81% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
सर्वे बताता है कि भारत में जैन समुदाय की हिस्सेदारी 65 साल में 0.45% से घटकर 0.36% हो गई। वहीं, पारसी आबादी 0.03% से घटकर 0.004% हो गई।
इसके अनुसार, दक्षिण एशिया में देखें तो भारत में म्यांमार के बाद बहुसंख्यक आबादी में सबसे बड़ी गिरावट (7.82%) देखी गई है। भारतीय उपमहाद्वीप में, मालदीव को छोड़कर सभी मुस्लिम बहुसंख्यक देशों में मुसलमानों की हिस्सेदारी बढ़ी है। मालदीव में मुस्लिम आबादी 1.47% घटी है।