अर्चना कुमारी । देश के टुकड़े टुकड़े करने तथा कथित आजादी की मांग करने वाले JNU के वामपंथी छात्र और छात्राएं नवरात्रा के अवसर पर मांसाहार का सेवन करने पर आमादा दिखे। इसका विरोध करने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को मारा पीटा गया ।
लेकिन मारपीट के आरोप वामपंथी छात्रों ने भी लगाए हैं और इसके बाद जेएनयू में हंगामा खड़ा हो गया है। दोनों गुट एक दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है और पुलिस ने एहतियातन तौर पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस का कहना है कि हमें अज्ञात एबीवीपी छात्रों के खिलाफ जेएनयूएसयू एसएफआई, डीएसएफ और आइसा के सदस्यों के एक समूह से सुबह 11/4/22 की शिकायत मिली, तदनुसार हमने धारा 323/341/509/506 और 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने दावा किया कि वह इस पूरे घटना को लेकर तथ्यात्मक/वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्र करने और दोषियों की पहचान करने के लिए आगे की जांच कर रहे है। इस बीच पुलिस को एबीवीपी से जुड़े छात्रों ने भी सूचित किया है कि वे सोमवार सुबह शिकायत दर्ज कराएंगे जबकि पुलिस का कहना है कि समान आवश्यकता प्राप्त होने पर उचित विधिक कार्यवाही की जायेगी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह बवाल तब हुआ जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने रामनवमी के दिन मांस खाने से वामपंथी छात्रों को रोकने की कोशिश की थी। इससे पहले दोनों गुट पूजा को लेकर भिड़ चुके थे ।
लेफ्ट विंग के छात्रों पर ABVP के छात्रों ने हॉस्टल में पूजा न करने देने का आरोप लगाया, इसके बाद यह कथित हंगामा यहीं नहीं रुका और कावेरी हॉस्टल में जमकर मारपीट हुई। सूत्रों का दावा है कि मारपीट में दोनों गुटों के छात्रों को चोट आई जबकि कावेरी हॉस्टल के मेस में जबरदस्त बवाल हुआ। कावेरी हॉस्टल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राइट विंग के कुछ छात्रों ने नवरात्रि पूजा कार्यक्रम का आयोजन किया था और इन छात्रों ने मेस सुपरवाइजर से नवरात्रि में मेस में मांसाहारी भोजन नहीं परोसने के लिए कहा था, लेकिन रविवार को मेस में मीट सप्लायर मीट लेकर पहुंच गया।
बताया जाता है कि इस पर राइट विंग के छात्र उससे उलझ पड़े और उसे मीट वापस ले जाने के लिए बोलने लगे लेकिन इस दौरान मीट सप्लायर के पक्ष में लेफ्ट विंग के छात्र आ गए और वे मेस में मांसाहारी भोजन की मांग रखने लगे । इसको लेकर दोनों गुटों में मारपीट हो गई और इस घटना में कई लोग जख्मी हुए । इनमें विद्यार्थी परिषद तथा left-wing के कुछ प्रमुख छात्र नेता शामिल है।