अर्चना कुमारी। बिहार का महापर्व छठ है लेकिन बिहार में नवनियुक्त शिक्षकों की ज्वाइनिंग के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने फरमान जारी किया है। फरमान में कहा गया है कि इस बार छठ पर सभी स्कूल खुले रहेंगे। इस दौरान प्रिंसिपल भी छुट्टी पर नहीं होंगे। जिन्होंने पहले छुट्टी ली है, इस फरमान के बाद उनकी छुट्टी को कैंसिल कर दिया गया है।
पिछले दिनों विधानसभा में अश्लील बयान देकर चर्चा में आए नीतीश सरकार के शिक्षा विभाग ने बताया है कि अभी नवनियुक्त शिक्षकों की ट्रेनिंग होनी बाकी है , इसलिए उनकी छुट्टी कैंसिल की जाती है और उनका योगदान करवाया जा सके। इसके लिए सभी प्रधानाध्यापकों की भी छुट्टी रद्द की जाती है।फरमान के मुताबिक क्लास 6 तक के चयनित शिक्षकों की छुट्टी को कैंसिल किया गया है। इनकी आवासीय ट्रेनिंग 20 नवंबर से 2 दिसंबर तक होगी। फरमान में कहा गया है कि प्रशिक्षु शिक्षकों को 19 नवंबर को ही ट्रेनिंग पर पहुँचना जरूरी होगा। 20 नवंबर से ट्रेनिंग सेंटर पर सुबह 5 बजे से योगा क्लास की शुरुआत होगा।
अचरज की बात है कि ईद के समय इफ्तार देने वाली बिहार सरकार ने ऐसा निर्णय से पहले लाखों बिहारियों के बारे में सोचा तक नहीं कि छठ पूजा उनके लिए महापर्व है। बिहार का कोई कोना ऐसा न होगा। जहा ये पूजा न होता हो। सभी हिंदू जाति के लोग इसे मनाते है,इसके बाबजूद इस तरह का तुगलकी फैसला किया गया। ज्ञात हो आज से पूजा की शुरुआत नहा खा से शुरू है। 18 को खरना,19 नवंबर को छठपूजा का सांयकालीन अर्घ्य दिया जाना है जबकि 20 को प्रात:काल अर्घ्य के बाद इसका समापन है।
ऐसे में नीतीश सरकार के इस आदेश को लेकर विरोध हो चुका है। इस पर भारतीय जनता पार्टी ने कहा है बिहार की संस्कृति को समाप्त करने लिए नीतीश-तेजस्वी सरकार आमदा है। बिहार के महापर्व छठ पूजा की छुट्टी की निरस्त किया गया। लाखों छठ व्रतियों के श्राप से सनातन को सताने वाले समाप्त हो जाएँगे। लेकिन यही भाजपा कल तक नीतीश के साथ थी। इससे पहले 2 नवंबर को भी बीजेपी बिहार ने इस मामले पर ट्वीट किया था। हालाँकि तब ट्रेनिंग की तारीख 4 नवंबर से 18 नवंबर थी।
ट्वीट में कहा गया था तुष्टिकरण में अंधे नीतीश-तेजस्वी हो गए है। बिहार के महापर्व छठ पूजा की छुट्टी कर दी रद्द। आखिर सनातन से इन्हें इतनी दिक्कत क्यों है? लेकिन बीजेपी के इस सवाल पर जनता यही कह रही सब बीजेपी का किया कराया है क्योंकि नीतीश को इसी ने मन बढ़ा दिया। ज्ञात हो बिहार में कई त्योहारों पर छुट्टियों में कटौती का मामला सामने अब तक आ चुका है।
रक्षा बंधन में भी वहाँ स्कूलों की छुट्टियाँ रद्द की गई थी। दुर्गा पूजा में भी 3 दिन की कम छुट्टी देने की बात सामने आई । अब ऐसा ही दीवाली से लेकर छठ तक मिलने वाली छुट्टियों के समय भी सामने आया । बताया जा रहा है कि 27 नवंबर को जो छुट्टी गुरुनानक जयंती पर दी जानी थी वो भी इस बार रद्द कर दी है।