अर्चना कुमारी। नूंह शहर हरियाणा का नही पाकिस्तान का हिस्सा लगता है। एक बार फिर यहां मलेक्ष ने तब बबाल किया जब दलित समाज की महिला कुआ पूजन के लिए मंदिर जा रही थीं। पूजन के लिए जाने पर बड़ी मस्जिद के ऊपर से अल्लाह हु अकबर बोलते हुए पथराव में कई महिलाएं घायल हो गईं।बाद में स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी पुलिस को दी।
जिसके बाद मौके पर पुलिस टीम और एसपी नरेंद्र सिंह भारी पुलिस बल बड़ी मस्जिद के चारों तरफ तैनात है,जबकि माहोल तनावपूर्ण हो गया है। गुरुवार को कुआं पूजन के लिए जा रहीं महिलाओं पर अचानक पथराव हुआ। इससे इलाके में तनाव है। मुस्लिम हिंदू को त्यौहार नही मानना देना चाहते। पथराव की यह वारदात कबीर मोहल्ले से कुछ ही दूरी पर बने बड़ी मस्जिद के पास हुई और इस घटना में कई महिलाएं घायल हुई। गुरुवार की शाम कबीर मोहल्ले की कुछ महिलाएं कुआं पूजन के लिए बड़ी मस्जिद के पीछे से जा रही थीं, तभी उनके ऊपर मदरसे की छत से पत्थर फेंके गए।
इससे भगदड़ मच गया। महिलाओं ने घटना के बारे में बताते हुए कहा, ‘मंदिर जाते वक्त हम पर पत्थर फेंके गए। इसे हमने नजरअंदाज कर दिया और कुआं पूजन के लिए कैलाश मंदिर के लिए आगे बढ़ गए। लेकिन ‘मंदिर से वापस आने के दौरान भी हम पर पथराव किया गया। इसमें साथ चल रही कई महिलाएं घायल हो गईं। अपने ऊपर हुए पथराव की जानकारी महिलाओं ने परिजनों को फोन पर बताई कि मदरसे के ऊपर से उनके ऊपर पत्थर फेंके गए हैं।
इस बात को सुनकर कबीर मोहल्ले के लोग मदरसे के पास पहुंच गए। वहां से पत्थर फेंकने वालों की फोटो खींचने लगे। आरोप है कि फोटो खींच रहे लोगों पर भी पत्थर फेंके गए। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी नरेंद्र सिंह बिजरानिया समेत सीनियर अधिकारी दल-बल के साथ पहुंच गए और मदरसे के चारों तरफ भारी पुलिस को तैनात कर दिया गया लेकिन कोई आरोपी पुलिस नही पकड़ पाई।
जांच में पता चला कबीर मोहल्ले में रहने वाले रामावतार के घर कुआं पूजन का कार्यक्रम था। इसी कार्यक्रम में महिलाएं कुआं पूजने गईं थीं। रामावतार का कहना है 40 से 50 महिलाएं कुआं पूजन के लिए गई थीं, जिसमे से 5 से 7 महिलाओं को चोट आई। जब उन्हें जानकारी मिली तो वो मौके पर पहुंचे। वहां उन्हें बताया गया कि मदरसे में पढ़ने वाले कुछ बच्चों के द्वारा पत्थर फेंके गए थे।
रामावतार का कहना है कि पुलिस ने मुफ्ती से आमना-सामना करवाया तो मुफ्ती ने उन्हें बताया कि बच्चों की चप्पल गिर गई थी और 8 से 10 साल के 3 बच्चों को सामने भी किया। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाकर घर भेज दिया। ज्ञात हो इस इलाके में हाल में ही दंगा हुआ था जब हिंदू परिक्रमा के लिए गए थे। इसमें कई हिंदुओ की जान चली गई थी लेकिन बीजेपी शासित राज्य में नूह इलाके में अशांति जारी है।