अर्चना कुमारी। गणतंत्र दिवस से पहले राजधानी दिल्ली में आतंकियों की बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया । इनके खिलाफ यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि भलस्वा इलाके में हुई छापेमारी के बाद हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए और जिस मकान में छापेमारी की गई, वहां पर खून के निशान आदि पाए गए हैं हालांकि किसकी हत्या की गई यह भी स्पष्ट नहीं हो पाया है और इस बारे में पूछताछ जारी है।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस को लेकर राजधानी की सुरक्षा चाक-चौबंद है और इसी क्रम में दो संदिग्ध आतंकवादियों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बताया है कि आतंकी आरोपियों में एक जगजीत सिंह उर्फ जग्गा (29) उत्तराखंड के उधम सिंह नगर का रहने वाला है जबकि दूसरा नौशाद (56) दिल्ली के जहांगीरपुरी का निवासी है। आरोपियों के पास से तीन पिस्टल और 22 जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए ।
पुलिस को जग्गा के कनाडा में मौजूद एक खालिस्तानी आतंकवादी से संबंध होने का शक है, पुलिस के मुताबिक दोनों को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से पकड़ा गया था। आतंकियों से पूछताछ के बाद ये भी पता चला है कि ISI ने इन्हें ‘लोन वुल्फ अटैक’ के लिए उकसाया था।
‘लोन वुल्फ अटैक’ मतलब जैसे भेडिया अकेले शिकार करता है, वैसे ही अकेले आतंकी से भी हमले का अंजाम दिलवाना।’लोन वुल्फ अटैक’ में छोटे हथियारों, चाकू, बम, ग्रेनेड का इस्तेमाल किया जाता है।ये भी खुलासा हुआ है कि इन आतंकियों के निशाने पर आरएसएस के नेता, कई नामी संत और दक्षिणपंथी नेता आदि थे।
दिल्ली पुलिस का कहना गिरफ्तार अभियुक्तों जगजीत उर्फ जस्सा एवं नौशाद को दिनांक 13/1/23 को न्यायालय में पेश कर 14 दिन की पीसी रिमांड प्राप्त की गयी, जांच के दौरान खुलासे के क्रम में दोनों आरोपी पुलिस टीम को श्रद्धा नंद कॉलोनी थाना भलस्वा डेयरी स्थित अपने किराए के मकान में ले गए। कमरे से दो हथगोले बरामद किए गए हैं। एफएसएल टीम को मानव रक्त के निशान भी मिले हैं।