अर्चना कुमारी। ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक भगोड़े अमृतपाल सिंह का कुछ भी पता नहीं चल पाया है, इस बीच उसकी पत्नी किरणदीप कौर को आव्रजन अधिकारियों ने श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उस समय रोका लिया जब वह लंदन जाने की कोशिश कर रही थी।
अमृतसर ग्रामीण पुलिस अधिकारियों ने विभिन्न खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के साथ करीब चार घंटे की पूछताछ के बाद किरणदीप कौर को वापस गांव जल्लूपुर खेड़ा भेज दिया। उनकी उड़ान करीब एक घंटे की देरी के बाद अपरान 2.30 बजे रवाना हुई। पता चला है कि किरणदीप कौर ब्रिटिश नागरिक है और उनकी शादी इसी साल फरवरी में उनके पैतृक गांव जल्लूपुर खेड़ा में अमृतपाल सिंह से हुई थी।
उसका नाम कथित तौर पर अमृतपाल सिंह की अध्यक्षता वाले‘वारिस पंजाब दे’संगठन को विदेशी धन मुहैय्या कराने के संबंध में सामने आया है। किरणदीप के पास भारत में रहने के लिए सीमित अवधि का वीजा था और वह खत्म होने वाला था।
उन्होंने इसी साल फरवरी में अमृतपाल सिंह से शादी की थी और उसके बाद पहली बार लंदन जा रही थीं।अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार चल रहा है, जब 23 फरवरी को अजनाला थाने पर धावा बोलने और झड़प के दौरान छह पुलिसकर्मियों को घायल करने के मामले में उसके और उसके समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
पुलिस ने उसके और उसके साथियों के खिलाफ एक दिन बाद मामला दर्ज किया था, लेकिन उसे और उसके साथियों को गिरफ्तार करने के लिए 18 मार्च को एक अभियान शुरू किया गया था। वह तब से वाहनों को बदलकर गिरफ्तारी से बच रहा है।