अर्चना कुमारी। कानपुर पुलिस ने धर्मांतरण को लेकर बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि इस तरह का रैकेट श्याम नगर में एक किराए के घर में चल रहा था। यहां पर लोगों को क्रिश्चियन बनाया जा रहा था। बदले में नौकरी, व्यापार, घर और शादी का लालच दिया जा रहा था।
मामले की जानकारी पर पहुँची पुलिस को मौके से धर्मांतरण से जुड़े कई साहित्य, ब्रेन वॉश करने वाली अनेक वीडियो मिली है, साथ ही मामले में दो आरोपियों को पकड़ा गया जबकि छह संदिग्ध हिरासत में हैं, इस मामले की जानकारी मिलते ही उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन के अफसर भी कानपुर के चकेरी थाने पहुंच गए हैं और मामले पर अब गहनता से जाँच शुरू की जा चुकी है, पुलिस के अनुसार ये एक बड़ा सिंडिकेट है जिसकी जड़ तक जल्द एजेंसियाँ पहुँच जाएंगी ।
विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष आनंद सिंह ने बताया कि धर्मांतरण होने की जानकारी मिलते ही विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ता धर्मांतरण स्थल पर पहुँच गए, मौके पर घर में 50 से अधिक पुरुष, महिलाएं और बच्चे मौजूद थे, और उस वक़्त उनको टीवी में वीडियो दिखाकर ब्रेन वॉश किया जा रहा था, साथ ही उनके पास कई इस तरह के साहित्य भी उपलब्ध कराए गए थे।
जिसमे मौके पर मौजूद क्रिश्चियन धर्म को मानने वाले अलग-अलग प्रदेशों के आठ से दस लोग बाकी लोगों को हिन्दू धर्म छोड़ने के लिए कह रहे थे। पूछताछ में दोनों ने अपना नाम घाऊखेड़ा कानपुर निवासी अभिजीत और दूसरे ने रजत बताया।
रजत के पास कानपुर के पते का आधार कार्ड जरूर है। लेकिन, कभी वह उत्तराखंड के देहरादून, तो कभी दिल्ली तो कभी अन्य जगह का निवासी बता रहा है। इसके साथ ही अन्य आरोपियों में जीवन, शिवांग, शीतल, जाबिन, राणाजी को हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है। धर्मांतरण के बड़े सिंडिकेट का खुलासा होते ही मामले की जांच करने अन्य जांच एजेंसियों के अफसरों ने चकेरी में डेरा डाला। अफसरों का दावा है कि कानपुर में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का खेल चल रहा था।