अर्चना कुमारी उत्तर प्रदेश के जौनपुर में भाजपा नेता प्रमोद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया घटना बक्सा थाना क्षेत्र के बोधापुर मोड़ के पास हुई।
प्रमोद यादव को 2012 में भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया था लेकिन नामांकन पत्र खारिज हो गया था। उस समय धनंजय सिंह की पत्नी जागृति निर्दल चुनाव लड़ी थीं।
वह जौनपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला मंत्री थे और बोधापुर गांव के रहने वाले थे। पुलिस को जांच में पता चला प्रमोद यादव की मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने गुरुवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी। गोली उनके सीने में लगी थी।सुबह लगभग दस बजे प्रमोद यादव अपने चार पहिया वाहन से घर से निकले थे।
वह गांव के मोड़ के पास रायबरेली-जौनपुर मार्ग के पास पहुंचे तभी एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोग आए और उन्हे फिल्मी स्टाइल में गोली मार दी। मामले का पता होने पर घायल हालत में स्वजन इलाज के लिए प्रमोद को जिला अस्पताल ले गए। जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। घटनास्थल पर पुलिस फोर्स तैनात है।
घटना का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अजयपाल शर्मा ने जिला अस्पताल व घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की। बताया कि कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
भाजपा के जिला मंत्री रहे प्रमोद यादव पूर्व सांसद धनंजय सिंह के करीबी माने जाते थे। इनके पिता राजबली यादव भी जनसंघ से जुड़े थे। उनकी भी गांव में ही आपसी रंजिश को लेकर हत्या हुई थी।
ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले प्रमोद यादव 2007 में रारी विधानसभा से निर्दल चुनाव लड़े थे। उसके बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में मल्हनी विधानसभा बनने पर भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया था, लेकिन नामांकन पत्र खारिज हो गया था। उस समय धनंजय सिंह की पत्नी जागृति निर्दल चुनाव लड़ी थीं, लेकिन वह भी हार गई थीं।
सपा के पारस नाथ यादव चुनाव जीते थे।एक परिजन ने पुलिस को बताता उनकी गाड़ी रोकने के लिए लाल रंग की मोटरसाइकल सवार शूटर्स ने शादी का कार्ड देने का बहाना किया था। उन्हें 4 से 5 गोली मारी गई। इस हत्याकांड के बाद पूरे इलाके में कोहराम मच गया।
मृतक के छोटे भाई श्रवण यादव ने पूरे प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि प्रमोद को कई गोली मारी गई थी। कई अन्य राउंड फायरिंग भी हुई। इस हत्याकांड में किसी पर शक के बारे में पूछे जाने पर श्रवण ने किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि किसी पर भी शक नहीं है।
अभी ऐसी कोई बात भी नहीं थी वरना खुद लाइसेंसी रिवॉल्वर और राइफल लेकर ही चलते। वह तो आजकल रात में भी अकेले ही सफर कर रहे थे।