अर्चना कुमारी । राजधानी में कानून व्यवस्था की हालत इस कदर खराब है कि पटेल नगर इलाके में बहन के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर तीन लड़कों ने एक नाबालिग किशोर की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। बताया जाता है कि आरोपी जब 17 वर्षीय नाबालिग पर हमला कर रहे थे, उस समय राहगीर तमाशबीन रहे और उसे कोई बचाने नहीं आया।
पुलिस सूत्रों का दावा है वारदात के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए जबकि किशोर ने मौके पर ही तड़प-तड़पकर वहीं दम तोड़ दिया। काफी देर बाद किसी ने पुलिस को खबर दी। बाद में किशोर को सरदार पटेल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूरी वारदात गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई।
जबकि देर रात को ही पुलिस ने किशोर के पिता के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर दो नाबालिग लड़कों को दबोच लिया है। परिजनों का आरोप है कि तीसरा आरोपी बालिग है, लेकिन पुलिस जानबूझकर उसे नहीं पकड़ रही है। इससे नाराज परिजनों ने पटेल नगर थाने का घेराव भी किया और पुलिस विरोधी नारेबाजी की। बाद में पुलिस ने समझाकर परिजनों को हटाया। शनिवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया।
पटेल नगर थाना पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश कर रही है। पुलिस सूत्रों का दावा है कि भैया दूज त्योहार के बीतने के बाद ही राजधानी में एक लोमहर्षक घटना हुई जिसमें बहन की अस्मत के बचाने के चक्कर में उसका भाई मारा गया। मूलरूप से गांव मौला, रानीखेत, अल्मोड़ा, उत्तराखंड का रहने वाला नाबालिग मनोज नेगी परिवार के साथ कुमाऊ गली, बलजीत नगर में रहता था।
बताया जाता है कि इसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक 15 साल की छोटी बहन है। नाबालिग के पिता शादीपुर स्थित एक फैक्टरी में काम करते हैं जबकि उसकी मां घर के पास ही मोबाइल फोन के चार्जर बनाने वाली फैक्टरी में काम करती है। जांच कार्रवाई की पुलिस को पता चला कि नाबालिग ने इसी साल 12वीं कक्षा पास करने के बाद पूसा इंस्टीट्यूट में आईटीआई में दाखिला लिया था।
इसके साथ ही वह घर के पास एक इंस्टीट्यूट में कंप्यूटर कोर्स करने के अलावा इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स भी कर रहा था। शाम को उसकी क्लास होती थी। रोजाना करीब 9.00 बजे वह वापस लौटता था। वहीं नाबालिग किशोर की बहन 10वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही है। शुक्रवार रात को नाबालिग क्सास के बाद इंस्टीट्यूट से घर के निकाला तो घर से 50 मीटर पहले तीन लड़कों ने उसे घेर लिया।
स्थानीय प्रत्याशियों का कहना है कि कहासुनी के बाद अचानक दो लड़कों ने चाकू निकालकर उसके पेट, कमर, गर्दन व शरीर के बाकी हिस्सों पर वार कर दिए। वारदात के समय गली में चहल-पहल जारी रही, लेकिन किसी ने उसे अस्पताल ले जाने की जहमत नहीं उठाई। वहां मौजूद लोग तमाशबीन बने रहे और घायल को बचाने के लिए आगे नहीं आ सके इस बीच किसी राहगीर ने मामले की जानकारी पुलिस को दी ,जिसके बाद जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने नाबालिग को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी और डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को पता चला है कि नाबालिग की 15 वर्षीय बहन के साथ स्थानीय दो-तीन नाबालिग लड़के छेड़छाड़ करते थे और उसकी बहन ने इस बारे में अपने घर वालों को बता रखा था।
नाबालिग लड़के ने दीपावली से दो दिन पहले इसका विरोध किया तो उनसे झगड़ा हो गया था। नाबालिग ने एक लड़के को थप्पड़ भी मार दिया था। आरोप है कि इसका बदला लेने के लिए नाबालिग लड़कों ने अपने बालिग साथी के साथ मिलकर किशोर की हत्या कर दी।
वारदात के बाद सभी आरोपी फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज करने के कुछ ही घंटों बाद दो नाबालिगों को पकड़ लिया। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।पुलिस सूत्रों का कहना है कि पूरी वारदात गली में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई। आरोपी बेरहमी से उस पर चाकू से हमला कर रहे हैं, लेकिन गली से गुजर रहे लोगों को उससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा। वारदात के दौरान न तो किसी ने उसे बचाने की कोशिश की और न ही आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया।
नाबालिग के मामा ने यहां तक आरोप लगाया कि सूचना मिलने के बाद उसका परिवार मौके पर पहुंच गया तो लोगों ने उनको पुलिस केस होने की वजह से नाबालिग को अस्पताल भी नहीं ले जाने दिया। बाद में पीसीआर की मदद से किशोर को अस्पताल पहुंचाया गया। इस घटना के बाद से परिजनों के रोते-रोते हाल बुरा है। उसके एक रिश्तेदार ने बताया कि मनोज को उसकी बहन ने नाबालिग भाई को सारी बात बताई थी तो उसने माता-पिता को न बताने के लिए कहा था।
उसने बहन से कहा कि उसकी रक्षा करने के लिए वह मौजूद है। जरूरत पड़ेगी तो वह अपनी जान भी दे देगा। यह कहते हुए 15 वर्षीय बहन फूट-फूटकर रोने लगी। परिजनों को यह मलाल हो रहा था कि उनको घटना का क्यों नहीं पता चला। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनको किसी भी तरह की छेड़छाड़ की शिकायत नहीं मिली थी।